‘भारत बंद’ के असर से कृषि कानून में होगा बदलाव, जान लें ये अहम बातें…!

केंद्र सरकार के तीन कृषि कानून के विरोध में हो रहे किसान आंदोलन की आग बढ़ती जा रहा है. 8 दिसंबर को किसानों के भारत बंद के ऐलान के बाद कई राजनैतिक पार्टियों ने भी खुलकर समर्थन देने के लिए सामने आ गई हैं.

केंद्र सरकार के तीन कृषि कानून के विरोध में हो रहे किसान आंदोलन की आग बढ़ती जा रहा है. 8 दिसंबर को किसानों के भारत बंद(Bharat Bandh) के ऐलान के बाद कई राजनैतिक पार्टियों ने भी खुलकर समर्थन देने के लिए सामने आ गई हैं. इन पार्टियों के आलाकमानों ने साफ कर दिया है कि, उनकी पार्टी किसानों की इस लड़ाई में उनके साथ है. अब ऐसे में केंद्र सरकार की मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं. केंद्र सरकार के साथ पांच दौर की बैठक बेनतीजा होने के बाद किसानों ने भारत बंद(Bharat Bandh) का ऐलान कर दिया है और उनका कहना है कि, ये लड़ाई तबतक खत्म नहीं होगी जबतक कानूनों को वापस नहीं लिया जाता है.

किसानों के भारत बंद(Bharat Bandh) ऐलान के बाद जिस तरह से कई पार्टियां, सिंगर, अभिनेता, खिलाड़ी और बड़ी हस्तियों का समर्थन मिलने लगा है उससे क्या सरकार अपने फैसले से पीछे हटेगी और कानून में बदलाव करेगी? या फिर सरकार कोई बीच का रास्ता निकालेगी जिससे आंदोलन को रोका जा सके. ऐसे कई सवाल हैं जिनका जवाब सिर्फ केंद्र सरकार के पास है.

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दिल्ली बॉर्डर पर लगातार किसानों का हुजूम बढ़ता जा रहा है. देश के कोने-कोने से किसान पहुंच रहे हैं. ऐसे में भारत बंद(Bharat Bandh) से सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कितनी सफल होती है ये फिलहाल बाद में पता चलेगा लेकिन उससे पहले उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में पार्टियों ने भी किसानों के समर्थन में हुंकार भर दी है.

यूपी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए योगी सरकार पूरी कोशिश कर रही है. अखिलेश यादव ने रविवार को ऐलान किया था कि, 7 दिसंबर को समाजवादी पार्टी किसान यात्रा निकालेगी. जिसको लेकर सरकार ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव के कार्यालय से लेकर उनके आवास तक को छावनी में तब्दील कर दिया है. पूरे प्रदेश में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया जा रहा है या फिर उन्हें घर में ही नजरबंद किया जा रहा है.

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