लखनऊ : सीएम योगी आदित्यनाथ ने गंभीर बीमार निराश्रित को 2000 रुपये की मदद, और मृत्योपरांत अंतिम संस्कार हेतु 5000 रुपये की घोषणा
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी तरह के निराश्रितों की फिक्र करते हुए उनके लिए आर्थिक मदद का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि राशन से वंचित निराश्रित व्यक्ति को खाद्यान्न के लिए 1000 रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। ऐसे लोगों के राशन कार्ड भी बनाए जाएं, जिससे उन्हें नियमित तौर पर खाद्यान्न मिलता रहे। हर हाल में प्रदेश में कोई भूखा न रहे।
उक्त जानकारी शनिवार को यहां लोकभवन में कोरोना वायरस के संबंध में किए गए प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि सीएम योगी ने शनिवार को अपने आवास पर टीम 11 के अधिकारियों के साथ बैठक में लॉकडाउन की समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गम्भीर रूप से बीमार निराश्रित के पास अगर आयुष्मान भारत योजना अथवा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का कार्ड नहीं है, तो उसे तात्कालिक मदद के तौर पर 02 हजार रुपए दिए जाएं। ऐसे निराश्रितों के समुचित उपचार की व्यवस्था भी की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि किसी निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर उसके परिवार को अन्तिम संस्कार के लिए 05 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जाए।
होम क्वारंटाइन में एक हजार का भरण पोषण भत्ता
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए होम क्वारंटाइन के दौरान कामगारों/श्रमिकों को एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता प्रदान किया जाए।
समस्त जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी नियमित तौर पर निरीक्षण करते हुए यह सुनिश्चित करें कि सभी कोविड अस्पताल सुचारु रूप से संचालित हों। उन्होंने कहा कि कोरोना पाॅजिटिव व्यक्ति हर हाल में क्वारंटीन सेन्टर अथवा कोविड अस्पताल में ही रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि 01 जून, 2020 से खाद्यान्न वितरण अभियान का अगला चरण प्रारम्भ हो रहा है। इसके लिए सभी व्यवस्थाएं समय से पूरी कर ली जाएं। खाद्यान्न वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन कराया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि घटतौली अथवा किसी अन्य प्रकार की अव्यवस्था न होने पाए।
गौ-आश्रय स्थलों के लिए अब तक 3,133 भूसा बैंक की स्थापना
मुख्यमंत्री ने गौ-आश्रय स्थलों के लिए अब तक 3,133 भूसा बैंक की स्थापना का संज्ञान लेते हुए भूसा बैंक के स्थापना कार्य को और तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आकाशीय बिजली की घटनाओं से होने वाली जनहानि को रोकने के लिए तकनीक का उपयोग किया जाए। खराब मौसम का पूर्वानुमान होने पर समय से एलर्ट जारी करने से जनहानि को रोका जा सकता है। उन्होंने टिड्डी दल के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए कीटनाशक रसायनों के नियमित छिड़काव की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
प्रदेश में 7 दिन से अधिक समय के लिए आने वालों को होम क्यारंटाइन में रहना होगा: अमित मोहन प्रसाद
पत्रकारवार्ता में मौजूद प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में 7 दिन से अधिक दिनों के लिए जो आएगा, उसको होम क्वॉरंटाइन में रहना होगा। उल्लंघन की स्थिति में उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। छठे दिन की जांच यदि नेगेटिव आती है तो उसका होम क्वारंटाइन समाप्त हो जाएगा। उन्होंने बताया कि हमने टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाते हुए शुक्रवार को 5-5 सैंपल के 667 पूल लगाए और 10-10 सैंपल के 55 पूल लगाए। 667 वाले पूल में 102 मरीज पॉजिटिव पाए गए जबकि 55 वाले पूल में से 8 पॉजीटिव पाए गए हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में कोविड-19 के 2900 एक्टिव केस हैं, 4462 मरीज़ स्वस्थ हो कर घर जा चुके हैं और अबतक 204 लोगों की इस बीमारी से मृत्यु हो चुकी है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि सर्विलांस का काम जारी है और अब तक 13223 इलाकों में सर्विलांस का कार्य हुआ है। 3 करोड़ 87 लाख 14 हजार 819 लोगों का सर्विलांस किया गया है। आशा वर्कर्स द्वारा अबतक 11 लाख 11 हजार 869 कामगारों और श्रमिकों की ट्रैकिंग की गई है, इनमें से 1022 लोगों में कोविड-19 के लक्षण पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप का हम लगातार उपयोग कर रहे हैं। कंट्रोल रूम से 44 हज़ार 79 लोगों को हम फोन कर चुके हैं। इनमें से 114 लोगों ने बताया कि वो संक्रमित हैं और उनका इलाज चल रहा है।
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