अमेठी: योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति की उड़ी धज्जियां, रजिस्ट्रार कानूनगो और प्रोबेशन अधिकारी का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल

जिला प्रोबेशन अधिकारी का रिश्वत लेते हुए वीडियो और अमेठी तहसील के रजिस्ट्रार कानूनगो का रिश्वत लेते हुए वीडियो सामनें आया है। चौबीस घंटे के अंदर दो रिश्वतखोरी के दो अलग-अलग वीडियो ने अमेठी प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर दिया हैं।

 उत्तर प्रदेश के अमेठी में सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति की धज्जियां उड़ाने का मामला थमने का नाम नही ले रहा। अब इससे बड़ा और क्या सबूत मिलेगा कि जक नही दो दो अधिकारियों का घूस (bribe) लेते हुए  वीडियो वायरल हो रहा है।

जिला प्रोबेशन अधिकारी का रिश्वत लेते हुए वीडियो और अमेठी तहसील के रजिस्ट्रार कानूनगो का रिश्वत (bribe)लेते हुए वीडियो सामनें आया है। चौबीस घंटे के अंदर दो रिश्वतखोरी के दो अलग-अलग वीडियो ने अमेठी प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर दिया हैं।

सरकारी कार्य करने के लिए उसने एक शख्स से रिश्वत मांगी थी

ताजा मामला रविवार का है। जहां अमेठी तहसील के रजिस्ट्रार कानून गो लालमणि आफिस की कुर्सी पर बैठकर खुलेआम मुस्कुराते हुए रिश्वत (bribe) की रकम पकड़ रहे। सरकारी कार्य करने के लिए उसने एक शख्स से रिश्वत मांगी थी।

रजिस्ट्रार कानून गो पिछले भी एक मामले का जिक्र कर रहे हैं

जिस पर शख्स ने उन्हें पैसे देने से पहले खुफिया कैमरा सेट किया और फिर रकम ले जाकर उनके हाथ में पकड़ाई। हां, रजिस्ट्रार कानून गो ने इतना लिहाज अवश्य किया की रकम को मेज के नीचे ले जाकर गिना फिर अगले ही पल बोल पड़े ये कम है। अंततः उनका राज फाश हो गया। यही नही रजिस्ट्रार कानून गो पिछले भी एक मामले का जिक्र कर रहे हैं की किसी और ने काम के एवज पैसे कम दिए थे और काम हो जाने के बाद से वो मिल नही रहा।

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बता दें कि वहीं शनिवार को जिला प्रोबेशन अधिकारी का रिश्वत (bribe) लेते हुए वीडियो सामनें आया था। बताया गया था कि विभाग में गाड़ी लगवाने के लिए अधिकारी ने बीजेपी नेता से 10 हजार रुपए की रिश्वत ली थी। मामले में अमेठी के प्रभारी मंत्री मोहसिन रजा ने संज्ञान लेते हुए डीएम को निष्पक्ष जांच कराकर कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे।

वही प्रोबेशन अधिकारी की मानें तो उन्होंने बताया कि कि यह जो पैसा देते हुए वीडियो जिन्होंने बनाया हैं उनकी गाड़ी हमारे यहां विभाग में लगी है रवि सिंह का भाई बीमार था जिसके लिए हमसे उन्होंने इलाज के लिए और अपने निजी काम के लिए मुझसे पैसे लिए थे।

जिसमें उन्होंने मुझे दस हजार दिया और पैसे बाद में देने के लिए कहा जिसका यह वीडियो बना लिया है और ये वीडियो दो-तीन महीने पुराना है जिसको ब्लैकमेलिंग करके मुझसे अपने गाड़ी की डेट बढ़ाने को लेकर हम पर दबाव बना रहे हैं पहले भी इन्होने दबाव बनाया था ये नेता किस्म के लोग हैं इनका कहना था की अगर आप हमारी गाड़ी का अपने विभाग में नहीं लगाएंगे तो आपका फर्जी वीडियो बनाकर वायरल कर देंगे और आपको बदनाम कर देंगे।

वहीं इस मामले पर उपजिलाधिकारी अमेठी महात्मा सिंह ने बताया की अमेठी तहशील के रजिस्ट्रार कानून गो द्वारा घूसखोरी के वायरल वीडियो का मामला सामने आया है  इसकी स्पष्टता से जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी।

रिपोर्ट – हंसराज सिंह 

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