अमेठी: स्मृति ईरानी की प्ररेणा से सैकड़ों महिलाओं को मिला रोजगार, महिलाओं ने किया धन्यवाद

जिले में बिलुप्त हो रही डलिया को मिलेगी नई पहचान, स्मृति ईरानी की प्ररेणा से सैकड़ों महिलाओं को मिलेगा रोजगार, महिलाओं ने केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को दिया धन्यवाद।

अमेठी: जिले में बिलुप्त हो रही डलिया को मिलेगी नई पहचान, स्मृति ईरानी की प्ररेणा से सैकड़ों महिलाओं को मिलेगा रोजगार, महिलाओं ने केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को दिया धन्यवाद। महिलाओं को हस्तशिल्प ट्रेनिग मिलेगी जिससे अमेजान और फ्लिपकार्ट पर बिकेगी मूंज की यह डलिया।इसके साथ ही यह देश दुनिया भर में अपने साथ अमेठी की महक लेकर भी जाएगी। मूंज उत्पाद के इस  विभिन्न उत्पादों को अमेजॉन और फ्लिपकार्ट के जरिए पूरी दुनिया में बिक्री किया जायेगा।

कल तक सामान्य कामों में ही प्रयोग की जाने वाली मूंज सैकड़ों परिवारों की रोजी रोजगार का साधन बनेगी। मूंज उत्पाद के विभिन्न उत्पादों को अमेजॉन और फ्लिपकार्ट के जरिए पूरी दुनिया में बिक्री किया जायेगा। इससे सैकड़ों महिलाओं को रोजगार उपलब्ध हो जायेगा। अमेठी में गोमती नदी से सटे तराई क्षेत्र मुसाफिरखाना, बाजार शुकुल, जगदीशपुर में मूंज काफी मात्रा में पाई जाती। हालांकि मूंज का काम करने वाले लोग डलिया व हाथ के पंखों के अतिरिक्त बहुत सारी चीजें नहीं बना पाते हैं। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी  महिलाये विभिन्न प्रकार के मूंज उत्पाद बनायेगी। इन उत्पादों को बिक्री मेला बाजार के अतिरिक्त इनका रजिस्ट्रेशन अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी ट्रेडिंग वेबसाइट पर भी कराया जाएगा। जिससे इन उत्पादों की बिक्री देश के अन्य हिस्सों और विदेशों में भी हो सकेगी। इससे महिलाओं को रोजगार मिलेगा और जब बाजार उपलब्ध होगा तो उन्हें उनके हुनर की सही कीमत भी मिल सकेगी।

वहीं मूज से बने विभिन्न प्रकार के बर्तन को बनाने वाली महिलाओं से जब बात की गई तो महिलाओं ने केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को धन्यवाद देते हुए बताया कि दीदी स्मृति ईरानी के प्रेरणा से बिलुप्त हो रहे इस कारोबार को नई दिशा मिली है उनके सहयोग से मुझे मूज से बनाए गए बर्तनो को बेचने के लिए मेला हाट में स्थान मिला रहा है। जिससे हमें आमदनी हो रही है और हम लोगो  का परिवार चल रहा है।

वहीं जब इस प्रोजेक्ट को लेकर  मऊ अतवारा निवासी भवानी प्रसाद निषाद से बात कि गई तो उन्होंने बताया कि मूंज उत्पादन का कार्य मेरी दादी-नानी और अम्मा किया करती थीं। शादी विवाह में इसका प्रचलन ज्यादा था। अब जब स्मृति ईरानी सांसद हुई उनकी प्रेणना से हस्तशिल्प ट्रेनिग मिली। और कॉर्ड मिला कॉर्ड के माध्यम से हम लोग बंगलौर-लखनऊ और दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित मेले में होकर आए हैं। हमारा घर और हजारों महिलाएं अब खुशहाल हैं। अब हमारे मूंज के हजारों प्रोडक्ट 100 और हजारों में बिक्री हो रही है इसके लिए हम केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सीएम योगी और पीएम मोदी को धन्यवाद देते हैं।

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