अलीगढ़ : 32 डॉक्टरों का हुआ तबादला, ओपीडी संचालन पर होगा संकट, जिला अस्पताल में ऑपरेशन के लिए नहीं डॉक्टर

जिले की स्वास्थ्य सेवाएं एकाएक एक बार फिर ‘बीमार’ होती दिख रही हैं, जिसकी वजह प्रदेश स्तर से दो दिन पहले डॉक्टरों के तबादले होना है

एंकर:– जिले की स्वास्थ्य सेवाएं एकाएक एक बार फिर ‘बीमार’ होती दिख रही हैं, जिसकी वजह प्रदेश स्तर से दो दिन पहले डॉक्टरों के तबादले होना है इनके स्थान पर अभी तक यहां तैनात होने वाले डाक्टरों की जानकारी नहीं मिली है बड़े पैमाने पर डॉक्टरों के तबादले होने के कारण जिला अस्पताल, दीनदयाल अस्पताल सहित जिले भर की सीएचसी-पीएचसी पर ओपीडी संचालन का संकट गहरा गया है, वहीं जिला अस्पताल व दीनदयाल की रेडियोलॉजी सेवा ठप होने की स्थिति में है,

जिला अस्पताल में पहले से 33 के सापेक्ष मात्र 17 डॉक्टर थे इनमें से अब सर्जन, एनेस्थेटिक, फिजीशियन, रेडियोलॉजिस्ट का तबादला हुआ है, इसी तरह इमरजेंसी देख रहे ईएमओ का भी तबादला हुआ है सीएमओ ऑफिस से संबद्ध इमरजेंसी देखने वाले दो ईएमओ का भी गैर जनपद तबादला हुआ है अब मात्र दस डॉक्टर तैनात हैं, जिनमें दो ईएनटी, दो आई सर्जन हैं इसके अलावा दो वरिष्ठ परामर्शदाता हैं बाकी से ओपीडी दिखवाई जा रही है दो सर्जन मिले हैं तो वे ईएनटी के हैं जिनकी जरूरत नहीं थी तबादले के बाद सोमवार को डॉक्टरों की कमी के कारण इंटर्न व नर्सिंग स्टाफ की मदद से ओपीडी संचालित कराई गई,

जिला अस्पताल में इमरजेंसी को भी इसी तरह इंटर्न की मदद से संभलवाया जा रहा है जिला अस्पताल में आज 1680 की ओपीडी हुई और 150 से ज्यादा मरीज भरती हैं, जिले की सीएचसी, पीएचसी, पोस्टमार्टम, इमरजेंसी ड्यूटी, वीआईपी ड्यूटी के लिए 217 के सापेक्ष अब तक 61 डॉक्टर तैनात थे, जिनमें से 18 के तबादले हो गए हैं अब तक सीएचसी, पीएचसी पर दो दिन एक डॉक्टर को राउंड वार तैनाती देकर काम चलाया जा रहा था।

वी/ ओ:– सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की कमी हो गई है हालांकि कुछ डॉक्टर नए तैनात हुए हैं, मगर उन्होंने अभी ज्वाइन नहीं किया है इसे लेकर मैं स्वयं डीएम से मिली शासन स्तर पर भी वार्ता की गई पत्र लिखकर भी समस्या से अवगत कराया गया है। उम्मीद है जल्द समस्या का समाधान होगा फिलहाल जैसे तैसे ओपीडी व इमरजेंसी सेवाएं सुचारू कराई जा रही हैं।

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