लोकतंत्र की मूलभावना पर कुठाराघात करने की साजिशों में लगी है भाजपा सरकार : अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार लोकतंत्र की मूलभावना पर कुठाराघात करने की साजिशों में लगी है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा है कि भाजपा सरकार लोकतंत्र की मूलभावना पर कुठाराघात करने की साजिशों में लगी है। चूकिं विपक्ष सरकारी कुनीतियों के विरोध में खड़ा है उससे वह डर गई है। एक-एक कर वह संवैधानिक संस्थानों को निष्क्रिय बनाने और उनसे सम्बद्ध जनप्रतिनिधियों को अपमानित करने का काम कर रही है। जनता भाजपा की इस जनविरोधी और संविधान विरोधी आचरण को भली प्रकार पहचान रही है और वह समय आने पर इसका करारा जबाव देगी।
यह जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन- Akhilesh Yadav
उत्तर प्रदेश में ग्राम पंचायतों का कार्यकाल 25 दिसम्बर 2020 को समाप्त हो रहा है, जबकि जिला पंचायतों का 15 जनवरी 2020 को समाप्त हो रहा है। भाजपा सरकार समय पर चुनाव न कराकर इनमें सरकारी प्रशासक नियुक्त करना चाहती है। यह जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार लोकतंत्र की मूलभावना पर कुठाराघात करने की साजिशों में लगी है। https://t.co/sfPYq4sZKJ
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) December 18, 2020
यह भी पढ़े : सर्दियों में आपकी सुंदर त्वचा हो रही हैं काली तो एक बार जरुर अपनाएं ये फेस पैक
किसानों और विपक्ष का सामना करने से बच रही है BJP सरकार- Akhilesh Yadav
भाजपा सरकार इसी तरह कोरोना का बहाना बनाकर लोकसभा का शीतकालीन सत्र टालकर किसानों और विपक्ष का सामना करने से बच रही है। संसद में बहस रोक कर भाजपा वस्तुतः असहमति के स्वर का दमन करना चाहती है। भाजपा विपक्ष और विरोध के खिलाफ बड़ा षडयंत्र कर रही है।
किसानों के रूके हुए कामों पर तुरन्त करानी चाहिए चर्चा- Akhilesh Yadav
भाजपा का संविधान, लोकतंत्र और संसदीय व्यवस्था पर विश्वास है तो उसे लोक सभा एवं विधान सभा का सत्र बुलाकर देश में किसान बिल, निजीकरण, बेरोजगारी, मंहगाई तथा उ.प्र. में गिरती कानून व्यवस्था, शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र में अव्यवस्था, अवरूद्ध विकास, महिला सुरक्षा व किसानों के रूके हुए कामों पर तुरन्त चर्चा करानी चाहिए।
यह भी पढ़े : सर्दियों में आपकी सुंदर त्वचा हो रही हैं काली तो एक बार जरुर अपनाएं ये फेस पैक
देश इस समय संक्रमण के दौर में है। कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन में 24 किसान शहीद हो चुके हैं। दम्भी भाजपा सरकार अंग्रेजों से भी ज्यादा निर्दयी हो चुकी है। सर्वोच्च न्यायालय ने भी किसानों के आंदोलन के अधिकार को माना है। लेकिन भाजपा सरकार अपनी बातें किसानों पर थोपने में लगी है।
भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर
भाजपा का यह दोहरा चरित्र इस बात से उजागर है कि जब कोरोना के संक्रमण काल में मध्य प्रदेश में सरकार बन सकती है, बिहार में विधानसभा का चुनाव हो सकता है, पश्चिम बंगाल में भाजपा नेताओं की बड़ी-बड़ी रैलियां हो सकती हैं और मुख्यमंत्री जी काशी, अयोध्या में दीपोत्सव में शामिल हो सकते हैं तो फिर पंचायत चुनाव और संसद के शीतकालीन सत्र के स्थगन का क्या औचित्य है यह तो भाजपा का डर है कि वह अब चुनाव से भाग रही है और उसके लिए बहानेबाजी कर रही है।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :