प्रयागराज – अखाड़ा परिषद भी अयोध्या राम मंदिर के पूजन कार्यक्रम में होगा शामिल

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भेजा भूमि पूजन में आने का न्यौता

Ayodhya Ram Temple worship program : प्रयागराज – अयोध्या राम मंदिर के पूजन कार्यक्रम में अखाड़ा परिषद होगा शामिल, अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि होंगे शामिल.

  • श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भेजा भूमि पूजन में आने का न्यौता।
  • तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने भेजा निमंत्रण पत्र।
  • प्रयागराज से 4 अगस्त को अयोध्या के लिए महंत नरेंद्र गिरि होंगे रवाना।
  • अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरी भी साथ जाएंगे अयोध्या।
  • साधु-संतों की सर्वोच्च संस्था है अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद।

रामनगरी के 25 स्थानों पर मानस पाठ व भजन के कार्यक्रम
  • लोगों को शिलान्यास कार्यक्रम का सजीव प्रसारण दिखाने की व्यवस्था की जा रही है।
  • अयोध्या को सजाने संवारने का काम तो तेजी से हो ही रहा है,
  • इसके साथ ही धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजनों के जरिए भी रामनगरी की धार्मिक महत्ता को प्रदर्शित करने की तैयारी है।
  • भूमि पूजन के दिन रामनगरी के 25 स्थानों पर मानस पाठ व भजन के कार्यक्रम किए जाएंगे।
  • पूरी रामनगरी में मानस की चौपाइयां गूंजती नजर आएंगी।
पूरी अयोध्या में उमंग, उत्साह का माहौल
  • श्रीरामजन्मभूमि के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास कहते हैं कि जब रामजन्मभूमि का ताला खुला था।
  • तब पूरी अयोध्या उल्लास में डूब गयी थी।
  • प्रत्येक रामभक्त के चेहरे पर खुशी देखी जा सकती थी।
  • करीब एक सप्ताह तक अयोध्या में दिवाली मनाई गयी थी।
  • अब एक बार फिर अयोध्या के लिए उत्सव का दिन आया है,
  • यह 1986 से बड़ा उत्सव होगा,
  • क्योंकि अब रामलला का दिव्य-भव्य मंदिर जो बनने जा रहा है।
  • जिसका इंतजार रामभक्तों को सदियों से था।
  • इसलिए पूरी अयोध्या में उमंग, उत्साह का माहौल है।
Ayodhya Ram Temple worship program चप्पे-चप्पे पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
  • राम नगरी में 3,500 सुरक्षाकर्मी को तैनात किए जा रहे हैं।
  • भूमि पूजन स्थल के आसपास और वीवीआईपी के रूट पर घरों व इमारतों की छतों में स्नाइपर्स तैनात किए जाएंगे।
  • साथ ही एटीएस की कमांडों टीमें भी मौजूद रहेंगी।
  • आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस वाले पांच हजार सीसीटीवी कैमरों के जरिए
  • कार्यक्रम स्थल समेत अयोध्या के विशेष इलाकों की निगरानी की जाएगी।
  • ड्रोन कैमरों के जरिए आसमान से भी नजर रखी जाएगी।

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