UP में बदमाशों के हौसले बुलंद, मुख्तार अंसारी के करीबी अजीत सिंह पर दिनदहाड़े बरसाईं गोलियां
उत्तर प्रदेश में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। उन्हें ना ही कानून का खौफ है और न ही प्रशासन का डर।
उत्तर प्रदेश में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। उन्हें ना ही कानून का खौफ है और न ही प्रशासन का डर। ताजा मामला राजधानी लखनऊ का है, जहां बुधवार को गैंगवार के दौरान ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। इस फायरिंग में मऊ जिले के पूर्व ब्लॉक प्रमुख के पति अजीत सिंह (Ajit Singh) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसका साथी मोहर सिंह घायल है। अजीत सिंह, बहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का करीबी माना जाता था। दिनदहाड़े फायरिंग से इलाके में हड़कंप मच गया।
दरअसल, दिल दहला देने वाली यह घटना राजधानी के विभूतिखंड थाना क्षेत्र के पॉश इलाके कठौता चौराहे की है, जहां बदमाशों ने गोलीबारी कर पूरे इलाके में दहशत फैला दी। इस गोलीबारी में दो अन्य लोगों के घायल होने की भी सूचना है।
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मुख्तार के करीबी और मऊ जिले के पूर्व ब्लॉक प्रमुख के पति अजीत सिंह (Ajit Singh) को बदमाशों ने अपना निशाना बनाया। बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। इस हमले में अजीत सिंह की मौत हो गई, जबकि उसका साथी मोहर सिंह गोली लगने से घायल हो गया। इस दौरान बदमाशों ने करीब 30 राउंड फायर किए, जिससे वहां से गुज़र रहे स्विगी के एक डिलीवरी ब्वॉय की भी गोली लगी। अजीत सिंह की सरेराह गोली मारकर हत्या करने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए।
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने अजीत के शव को कब्जे में ले लिया और घायलों को अस्पताल में पहुंचाया। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस कमिश्नर भी मौके पर पहुंचे। फिलहाल, पुलिस हर एंगल से छानबीन में जुट गई है।
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पुलिस के मुताबिक, देर शाम करीब 9 बजे कठौता चौराहे से 50 मीटर की दूरी पर फायरिंग की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना में घायल अजीत सिंह और उसके साथी को लोहिया अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने अजीत सिंह को मृत घोषित कर दिया।
वहीं, इस घटना के बारे में लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताते हुए कहा कि मामले में मृतक के दोस्त की तरफ से नामजद एफआईआर दर्ज हुई है। दर्ज एफआईआर के अनुसार, मृतक एक हत्या के मामले में प्रमुख गवाह थे। उस गवाही को रोकने के लिए इसकी हत्या कराई गई है। घटना को अंजाम देने वाले शूटरों के बारे में हमे सुबूत मिल गए हैं। जल्द ही हम उनको गिरफ्तार कर लेंगे। मृतक के खिलाफ 19 मुकदमे दर्ज हैं, इनमें से 5 हत्या के मुकदमे थे, बीते दिसंबर को मृतक को जिला बदर किया गया था।
उन्होंने मृतक का साथी मोहर सिंह भी हिस्ट्रीशीटर है, मारने वाला शूटर भी पहले इनके साथी हुआ करते थे, ये लोग अपराध की दुनिया के लोग हैं, पहले साथी थे अब दुश्मन बन गए। घटना का आजमगढ़ और मऊ से पूरा कनेक्शन है, हमारी टीमें पूर्वांचल को ओर रवाना की गई हैं। हमारी टीम सर्विलांस पर भी काम कर रही है। घटना को 1 मिनट से भी कम समय में अंजाम दिया गया है। सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा भी की जा रही है। अगर स्थानीय पुलिस द्वारा लापरवाही की बात सामने आए तो उनपर भी कार्रवाई की जाएगी। तीन लोग कुण्टू सिंह, अखंड प्रताप सिंह और गिरधारी विश्वकर्मा के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई गई है। जांच के लिए 5 टीमें गठित की गई हैं।
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