आखिर क्यों हेमा मालिनी की इस बात को लता मंगेशकर ने ठुकरा दिया था
लता मंगेशकर का आज है 92वां जन्मदिन, 1979 में लता जी ने नहीं दी हेमा मालिनी की फिल्म ‘मीरा’ को अपनी आवाज
भारतीय संगीत को अमर करने वाली भारत रत्न लता मंगेशकर आज अपना 92वां जन्मदिन मना रही हैं। इन 92 सालों में उन्होने भारत और बॉलीवुड को अपनी आवाज से एक अलग पहचान दी है। आइए आज हम आपको लता मंगेशकर से जुड़े एक किस्से से रूबरु कराते हैं। आज से कई साल पहले जब प्रोड्यूसर्स लता मंगेशकर के पास फिल्म में गाना गाने का ऑफर लेकर गए, तो लता मंगेशकर ने फिल्म में गाने से इनकार कर दिया। फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर भी लता मंगेशकर को मनाने के लिए पहुंचे थे, पर लता मंगेशकर नहीं मानीं। आईए जानते है कौन सी थी वो फिल्म और क्यू किया था लता मंगेशकर ने गाने से इनकार।
जब हेमा मालिनी खुद मानाने पहुंची लता मंगेशकर को
बॉलीवुड की ‘ड्रीम गर्ल’ हेमा मालिनी ने कई फिल्में की हैं जिसमें एक्ट्रेस के लिए गाने लता मंगेशकर ने गए हैं। लेकिन एक बार हेमा मालिनी के लिए लता मंगेशकर ने गाना गाने से इनकार कर दिया था। साल 1979 में आई गुलजार की फिल्म ‘मीरा’ में हेमा मालिनी काम कर रही थीं। इस फिल्म में संगीत लक्ष्मीकांत प्यारेलाल को देना था। जब प्रोड्यूसर्स लता मंगेशकर के पास फिल्म में गाना गाने का ऑफर लेकर गए तो लता मंगेशकर ने ‘मीरा’ में गाने से इनकार कर दिया। फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर भी लता मंगेशकर को मनाने के लिए पहुंचे थे, परंतु लता मंगेशकर नहीं मानीं।
अब इधर जब लता के फैसले के बारे में लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने सुना तो वो भी प्रोजेक्ट से मूव कर गए। तब उनकी जगह सितार वादक पंडित रविशंकर ने ले ली। वहीं इस बारे में जब हेमा मालिनी को पता चला तो उन्हें बड़ा ताज्जुब हुआ कि लता मंगेशकर ऐसा क्यों कर रही हैं? ऐसे में हेमा मालिनी ने तय किया कि वह खुद लता मंगेशकर को मनाएंगी।
इसलिए नहीं बदला लता जी का फैसला
हेमा मालिनी ने इस बारे में एक इंटरव्यू में बताया था, उन्होंने कहा था कि ‘गुलजार साहब की फिल्म में मीराबाई का किरदार निभाना मेरे लिए एक सपने जैसा था, जो कि सच हो गया था। मैं श्रीकृष्ण भक्त हूं। वहीं मैं अपने हर गाने के लिए लता जी की ही आवाज चाहती रही हूं। जब मुझे इस बारे में पता चला कि लता जी ने मेरे लिए गाना गाने के लिए मना कर दिया है, तो मैंने उन्हें खुद फोन किया और उन्हें कंवेंस करने की कोशिश की। लेकिन वह नहीं मानीं।
लता मंगेशकर उस वक्त तय कर चुकी थीं कि ये उन्हें नहीं करना।’ लता मंगेशकर ने बताया था कि आखिर क्यों उन्होंने इस फिल्म में गाने से इनकार किया था? लता मंगेशकर ने कहा था की मैं पहले भी मीरा भजन गा चुकी हों और मैंने ‘चला वही देस’ अपने भी हृदयनाथ के लिए गया था और इसके बाद मैंने तय किया था कि मैं फिर कभी किसी के लिए ये नहीं गाऊंगी। इसलिए मैं ये नहीं गा सकती’। हालांकि इसके बाद में हेमा मालिनी खुद लता मंगेशकर को मनाने के लिए उनके पास पहुंची थीं। लेकिन लता मंगेशकर का फैसला नहीं बदला।उन्होंने ठान लिया था की वो ये गाना नहीं ही गाएंगी।
खबरों के मुताबिक, उस वक्त हेमा मालिनी ने भी सोच लिया था कि अगर लता उनके लिए नहीं गाएंगी तो वह ये फिल्म नहीं करेंगी। फिर बाद में हेमा मालिनी ने फिल्म में काम किया और फिल्म के गाने वाणी जयराम ने गाए थे। इस फिल्म के गाने ‘मेरे तो गिरिधर गोपाल’ को साल 1980 में फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था।
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