कौशाम्बी : गाँव में दौड़ी खुशहाली की लहर, कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए सेना ने जबसे लिया गाँव को गोद।
गाँव में दौडी़ खुशहाली की लहर कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए सेना ने जबसे लिया गाँव को गोद।
उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जनपद में देश की रक्षा करने वाले आर्मी रेड ईगल 3 डिवीजन के जाँबाज बहादुर सैनिकों ने गाँवों की ओर कोरोना संक्रमण को बढते हुए देख कर मामले को स्वतः संज्ञान में ले लिया है।जबसे आर्मी के रेड ईगल 3 डिवीजन टीम ने गाँव को गोद में लिया है तबसे गाँव में खुशी की लहर दौड रही है। आपको बतादें की मुख्यालय कौशाम्बी से महेज 22 कि०मी० की दूरी पे मूरतगंज ब्लॉक के अमनी लोकीपुर गाँव के ही कैप्टन सर्वेश त्रिपाठी ने सेना की रेड ईगल 3 डिवीजन टीम अपने माध्यम से प्रार्थमिक स्वास्थ्य केन्द्र के परिसर के अंदर साफ सफाई की ब्यवस्था और गाँवों में घूम घूम कर लोगों को कोविड-19 के विषय में जागरुक करतें हैं और गाँवों की गलियों में साफ सफाई करवा कर सेनेटाइजरिंग और दवाओं का छिडकाव करवातें है और प्रत्येक घरों में जाकर सभी लोंगो को कोविड जाँच करवाने की और वैक्सीनेशन करवाने की सलाह भी देते हैं।
कौशाम्बी चायल तहसील के मूरतगंज ब्लॉक के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लोकीपुर में इस समय आस पास के तमाम गांव के लोग इलाज के लिए आने लगें हैं क्योंकि जबसे साधना न्यूज पे प्रथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अमनी लोकीपुर गांव की खबर चलाई गई है तबसे आर्मी के रेड ईगल 3 डिवीजन टीम नें मामले को संज्ञान में लेकर गांव को गोद लिया है और ग्रामीणों के स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए स्वयं आर्मी रेड ईगल 3 डिवीजन टीम के डॉक्टर भी ग्रामीणों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए तत्पर हो कर इलाज कर रहे हैं।
आपको बतादें की अमनी लोकीपुर निवासी सर्वेश त्रिपाठी जी फौज में कैप्टन हैं। वह अवकाश लेकर अपने घर आए। कुछ दिन बाद बेटी, बेटा, भतीजी के अलावा परिवार के अन्य सदस्य बीमार हो गए। बेटा एवं बेटी को प्रयागराज के मिलिट्री अस्पताल में ले जाकर जांच कराया तो उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। सभी लोग ठीक होकर घर वापस आए। लेकिन गांव के भी हालत ठीक नहीं थे। उन्होंने पीएचसी के अधीक्षक डॉ. गुलाम अली से मुलाकात की।
गांव को सेना की रेड ईगल-3 डिवीजन की टीम द्वारा गोद लेने की बात कही। इसके अलावा सेना के हिसाब से ग्रामीणों की जांच कराने की भी बात कही गई इसकी जानकारी सेना के अफसरों को भी दी गई तो आर्मी के रेड ईगल 3 डिवीजन टीम ने समस्या को गंभीरता से लिया। इसके बाद सेना की मेडिकल टीम अमनी लोकीपुर गांव पहुंची अब गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में सेना के चिकित्सकों की देखरेख में ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण उन्हें कोरोना के प्रति जागरूक किया जाने लगा।
इसके अलावा वैक्सीन लगवाने की भी सलाह दी जाने लगी जब मीडिया ने आर्मी के रेड ईगल 3 डिवीजन टीम से जानकारी लिया तो मेजर विनय कुमार ने बताया कि आर्मी की तरफ से इस गांव को गोद लिया है। कोविड के दौरान ग्रामीणों को शुख सुविधा प्रदान की जा रही है। 18 वर्ष से अधिक उम्र के युवाओं को भी वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाएं इसके अलावा 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को वैक्सीन लगवाने की सलाह दी जाती है। जिले के स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ सेना के जवान मिलकर ग्रामीणों की छोटी सी छोटी बीमारियों का भी इलाज करवा रहे हैं।
उधर पीएचसी के अधीक्षक डॉ. गुलाम अली ने बताया की अभी तक में लगभग 350 लोगों ने वैक्सीन लगवाई और एनटीजेन वा आरटीपीसीआर की जांच भी सैकडों को पार कर चुकी है अगर हम ओपीडी की बात करें तो यहाँ पर सुचारू रुप से ओपीडी की सेवा प्रगति पर है।और आपको बताना चाहेंगे की जबसे आर्मी रेड ईगल 3 डिवीजन टीम ने गांव को गोद लिया है तब से उस गांव में काफी सुधार नजर आया है अब जब कोटेदार गल्ला बांटते हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ही गल्ला देते हैं और प्रतिदिन मोहल्ला बाई मोहल्ला ही गल्ला बांटते हैं .
प्रधान से पूछा गया तो प्रधान ने यह बताया कि जब से हमारे गांव को रेड ईगल टीम ने गोद लिया है तब से हमारे गांव की स्थिति काफी अच्छी है और सारी व्यवस्थाएं सही हो गई है और साधना न्यूज पे चली खबर के असर से हम साधना न्यूज और अपने गांव के कैप्टन सर्वेश त्रिपाठी जी के आभारी हैं जिससे आज हमारे गांव में जो कुछ भी है उन्हीं की वजह से संभव हो पाया है।
रिपोर्ट:- मानसिंह विश्वकर्मा
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