भदोही केस में क्या कोई खेल हो गया ?

भदोही : दलित बेटी की हत्या और एसपी का पसीना आना ?

 भदोही में एक दलित मासूम बेटी की हत्या (Dalit innocent daughter is killed) की जाती है। 3 बजे लखनऊ डायल 112 को फ़ोन जाता हैं। भागते भागते ज़िला प्रशासन भदोही के औराई ब्लॉक के तिवारीपुर गांव पहुंचता है। 

हमने पूरा केस का खुलासा कर दिया…

थोड़ी देर बाद डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस लेकर जाती है…और रात करीब 8 बजकर 30 मिनट पर भदोही के कप्तान राम बदन सिंह प्रकट होते है और कहते है हमने पूरा केस का खुलासा कर दिया इस ।  2 मिनट 07 सेकंड के वीडियो में एसपी राम बदन जो कहते है वो अपने आप मे एक सबूत है। 

सबूत नंबर एक:- ये बिना पूछे क्यों बता रहे है कि हत्या किस जाति के लोगों ने की है ?

सबूत नंबर दो:- बिना पोस्टमार्टम के रिपोर्ट के ही एसपी कैसे केस का खुलासा कर सकते है ?

सबूत नंबर तीन :- अगर मामला इतना संवेदनशील है तो एसपी कैसे बिना मेडिकल रिपोर्ट के ये दावा कर सकते है कि ये रेप नहीं है या रेप नहीं हुआ ? जबकि वीडियो में मासूम के कपड़े देख कर लग रहा है कि जांच उस पहलू की भी होनी चाहिए…

और सबसे बड़ा सवाल:- AC कमरे में बैठ कर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे एसपी को पसीना क्यों आ रहा है ?

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