Farmers Protest: किसान नेता राकेश टिकैत की सरकार को बड़ी चेतावनी, कहा- सरकार कान खोल कर सुन लें…
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने एक बार फिर सरकार को लेकर बड़ा बयान दिया है
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने एक बार फिर सरकार को चेतावनी दी है .राकेश टिकैत ने एक ट्वीट पोस्ट शेयर कर लिखा कि सरकार कान खोल कर सुन ले कि हम किसान कौम के बेटे हैं, हम पीछे नहीं हटते चाहें दिल्ली का बॉर्डर हो या फिर चाहे देश का… किसान एकता जिन्दाबाद.
किसान एकता जिंदाबाद#FarmersProtests pic.twitter.com/0ry1K6L6oB
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) March 14, 2021
नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 107 दिनों से आंदोलनरत हैं. बीते शनिवार को भाकियू नेता राकेश टिकैत ने पंश्चिम बंगाल के कोलकाता और नंदीग्राम में किसान महापंचायत को संबोधित किया. भाकियू नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) नंदीग्राम महापंचायत के मंच पर पहुंचे तो नारा लगाया कि खेला होबे , टिकैत ने कहा कि क्या खेला होबे वो भी बताएंगे हम, बंगाली भाषा में ही बताएगें. उन्होंने कहा जब भारत सरकार 5 लाख से ज्यादा किसान से नहीं डर रही है, जो किसान दिल्ला के चारों तरफ डेरा डाले बेठे हैं, जो सड़को के किनारे पर पक्का घर बना लिए है.
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि आपका क्या खेल करेगी बीजेपी सरकार, क्या होगा बंगाल के साथ में वो हम बताते हैं, टिकैत ने कहा कि वे आपसे एक मुठ्ठी चावल मागते हैं आपसे, आप उनसे भाव की बात करो, चावल का 1850 रुपये जो भारत सरकार का भाव है वो कब मिलेगा हम को, उन्होंन कहा कि जब वो आपसे वोट मांगने आएं तो आप उनसे 1850 रुपये चावल के भाव की कीमत जरुर मांग लेना.
भाकियू प्रवक्ता बोले कि कि दिल्ली में हम इसलिए बैठे हैं, कि सरकार एमएसपी पर पूरे देश में कानून बनाए. अगर वो बंगाल का किसान हैं, असम का किसान है या कर्नाटक का किसान है तो उनका धान भी उसके कम रेट पर न खरीदा जाएं, ताकि एमएसपी के माध्यम से पूरे देश के किसानों का फसलों की सही कीमत मिल सकें, और किसानों की दूसरी फसलें हैं वो भी कम रेट पर न खरीदी जाएं.
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राकेश टिकेत (Rakesh Tikait) बोले कि बीजेपी अगर जीती तो न जाने किसके किसके साथ क्या खेल करेगी. बंगाल में न जाने क्या होगा. भाकियू नेता ने कहा कि खेला यह होगा कि बड़ी-बड़ी कंपनियां आएंगी, वो कंपनियां समुद्र में मछली पकड़ने आएंगी. तालाब यहां बंद हो जाएंगें. कंपनियां ऐसे ही काम करेंगी, बड़ी बड़ी कंपनियों के हवाले देश को करा जा रहा है. टिकैत ने केंद्र सरकार पर निशान साधते हुए बोले कि अगर किसी पार्टी की सरकार होती तो वह बात कर लेती, ये किसी पार्टी की सरकार नहीं, इस सरकार को बड़ी-बड़ी कंपनियां चलाने का काम कर रही हैं.
टिकैत (Rakesh Tikait) आगे बोले कि वॉलमॉल्ट और अडानी जैसी कंपनी आ रही है, जिसके हाथ में पूरे के पूरे विभाग बेच दिए गए . टैलिकॉम, हवाई जहाज, रेलवे, एयरपोर्ट बिके सब बिक गए . अब अगला काम किसानों को बेचने का है. भाकियू नेता ने कहा कि पिछले 100 दिनों से देश का लाखों किसान दिल्ली की सीमाओं पर बैठा है , टिकैत ने कहा कि तीन सौ के आस-पास हमारे किसान भाई शहीद हो गए हैं, उसके बाद भी सरकार अभी बात करने को तैयार नहीं है. उन्होंने नंदीग्राम महापंचायत में कहा कि किसान का ये आंदोलन को पूरे देश में खडे करने पड़ेंगे, ये आंदोलन जिला स्तर पर शूरु करना होगा.
बता दें कि भाकियू नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि हमारे संयुक्त किसान मोर्चे ने तय किया है कि बंगाल के लोंगो से अपील करेंगे आप दिल्ली आकर आंदोलन नहीं कर सकते तो, आपके यहां चुनाव है, आप यहां बीजेपी को हराने का काम करो. आप बीजेपी को वोट मत दो, वोट आपको किस को देनी है वो अपने आप-आप खुद तय कर लेना. जो आप आपको मजबूत प्रत्याशी लगाता हो जो बीजेपी को हरा सकता हो आप उसको वोट दे देना. टिकैत ने कहा कि जब तक तीनो कृषि कानूनों की वापसी नहीं और एमएसपी पर कानून नहीं बनेगा तबतक किसान घर वापस नहीं जाएगा.
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