आंखों की रोशनी में सुधार करने के लिए फायदेमंद साबित हो सकता हैं खीरा, देखें यहाँ

आप सब्जियों को कैसे खाते हैं और अपने रोजाना के भोजन में क्या शामिल करते हैं, उसका प्रभाव आपके संपूर्ण स्वास्थ्य पर पड़ता है. गाजर और खीरा कुछ ऐसी सब्जियां हैं जो अनेक गुण वाली हैं और किसी भी शक्ल में, कच्चा या पकाकर खाई जा सकती हैं. आप उन्हें अपने सलाद, मिठाई में शामिल कर सकते हैं या यहां तक कि मुख्य डिश के तौर भी खा सकते हैं.

बहुत से घरों में हर मील के साथ खीरे को सलाद के तौर पर खाया जाता है लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो खीरा नहीं खाते खासतौर पर रात के वक्त। न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स का भी यही कहना है कि हमें रात में खीरे को खाने से बचना चाहिए। यहां हम आपको इसके पीछे की वजह बता रहे हैं।

ये आपकी आंखों के लिए भी अच्छा होता है और आंखों की रोशनी में सुधार करने के लिए साबित है. बीटा कैरोटीन एक प्रमुख बड़ा फैक्टर है कि क्यों गाजर कैंसर के खतरे को कम करने से जुड़ता है. कैंसर रोकने और आंखों की रोशनी में सुधार करने के लिए ये जरूरी है. लाल और नारंगी रंग में गाजर को पाया जा सकता है. उसमें करीब 41 कैलोरी और कम प्रोटीन का मान होता है.
जिन लोगों के पेट में अक्सर कोई न कोई दिक्कत रहती है उनके लिए खीरा नुकसानदेह हो सकता है। खीरे में cucurbitacin नाम का एक पावरफुल इन्ग्रीडिएंट पाया जाता है जिससे बदहजमी की समस्या हो सकती है। पाचन में थोड़ी सी भी दिक्कत से पेट में गैस की समस्या हो सकती है। जिन लोगों में Irritable Bowel Syndrome(IBS) की समस्या होती है डॉक्टर्स उन्हें सलाह देते हैं कि डाइजेशन को ठीक रखने के लिए वे खीरा न खाएं या कम मात्रा में खाएं।

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