बैंकों में 1 मार्च से बदल जाएंगे ये नियम- चेकबुक, IFSC कोड में भी होगा बदलाव !

देश में हर कोई बैकिंग सेक्टर से जुड़ा होता है. ऐसे में बैंकिंग से जुड़े होने वाले बदलाव के बारे मं भी जानना जरूरी है. 1 मार्च से बैंकों में कई सारे बदलाव होने जा रहे हैं.

देश में हर कोई बैकिंग सेक्टर से जुड़ा होता है. ऐसे में बैंकिंग से जुड़े होने वाले बदलाव के बारे मं भी जानना जरूरी है. 1 मार्च से बैंकों (bank) में कई सारे बदलाव होने जा रहे हैं. ऐसे में ये बैंक नियमों में क्या-क्या बदलाव ला रहे हैं उसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है. इन्कम टैक्स रिटर्न से लेकर बैंकों में मिलने वाले ब्याज या फिर लोन पर लगने वाले इंटरेस्ट पर क्या असर पड़ने वाला है इसके बारे में भी कस्टमर्स को जानना बहुत महत्वपूर्ण है.

विजया बैंक (bank) और देना बैंक का साल 2019 में बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय कर दिया गया था. जिसके बाद अब सारे ग्राहक बैंक ऑफ बड़ौदा से सीधे जुड़ गए हैं. वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय होने के बाद अब 1 मार्च से दोनों बैंकों (bank) के IFSC कोड काम करना बंद कर देंगे और अब सभी ग्राहकों को बैंक ऑफ बड़ौदा का IFSC कोड इस्तेमाल करना होगा. इसके बारे में बीओबी ने पहले ही सभी ग्राहकों को जानकारी दे चुकी है.

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बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय होने के बाद अब सभी देना और विजया बैंक (bank) के ग्राहकों को नए MICR कोड वाली चेक बुक 31 मार्च से पहले बीओबी से लेनी होगी.

वहीं आयकर विभाग ने बीते शुक्रवार को डायरेक्ट टैक्स विवाद योजना ‘विवाद से विश्वास’ के तहत विवरण देने की अवधि बढ़ाकर 31 मार्च और भुगतान करने के लिए 30 अप्रैल कर दी गई है. आयकर विभाग ने ट्वीट के जरिए बताया कि, सीबीडीटी ने विवाद से विश्वास कानून के तहत घोषणा करने की समयसीमा बढ़ाकर 31 मार्च 2020 कर दी है. बिना किसी अतिरिक्त राशि के भुगतान की समय सीमा बढ़ाकर 30 अप्रैल 2021 कर दी गई है. पहले ये समयसीमा 28 फरवरी थी और भुगतान की समय सीमा 31 मार्च थी.

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