‘ये पहली सरकार है जो शिलान्यास का शिलान्यास और उद्घाटन का उद्घाटन करती है’

अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने कहा, यहां सबसे बड़ा प्रोजेक्ट एक्सप्रेस-वे का है, लेकिन लेकिन उनके संकल्प पत्र में क्या ये सब था. क्या यूपी में सुपर क्रिटिकल थर्मल प्लांट लग रहा था. सीएम के मुंह में पटककर मारना, ठोंकना आता है लेकिन बिजली, थर्मल प्लांट जैसे शब्द नहीं आते हैं. कोविड के दौरान मजदूरों की सरकार ने कोई मदद नहीं की और कहते हैं कोरोनाकाल में हमने झंडे गाढ़े हैं. अखिलेश यादव ने आगे कहा, मैं जानना चाहता हूं कि, क्या एक्सप्रेस-वे के प्रोजेक्ट उनके हैं क्या उनका जिक्र उनके प्रस्ताव में था ?

विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ के दिए गए भाषण पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने पलटवार किया है. अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, जब मैं सीएम का भाषण सुन रहा था तो ऐसा लग रहा था कि, पिछले चार साल में योगी सरकार ने दायरे और मर्यादा में रहकर काम किया है. अखिलेश यादव ने कहा, इंस्टीट्यूशन का जितना नुकसान बीजेपी ने किया है उतना किसी ने नहीं किया है.

सपा प्रमुख (Akhilesh yadav) ने कहा, योगी सरकार दिल्ली सरकार की नकल करती है. कृषि कानून के लोकसभा में पारित होने के बाद मुख्यमंत्री जी यूपी सदन में बहुमत के खिलाफ जाकर बिल पास कराते हैं. बीते मंगलवार को सभी एमएलसी सदन में धरने पर बैठे थे लेकिन तब भी सारे बिल पास कर दिए गए. जबकि यहां सदन में बहुमत विपक्ष का है.

अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने सीएम योगी के टोपी वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा, लाल टोपी से सीएम को इतना डर क्यों है? सीएम की खुद की तस्वीर है लाल टोपी लगाए हुए. उन्होंने आगे कहा, उत्तर प्रदेश सरकार राज्य की जनता का अपमान कर रही है. सभी बिल बिना बात सुने पास करा दिए गए हैं और ये लोग परंपरा की बात करते हैं.

बीजेपी सरकार सतत विकास की बात करती है, लेकिन अर्थव्यवस्था और इंफ्रा के लिए अबतक क्या किया गया है ये सभी जानते हैं. कोई विकास दिखाई दे रहा हो तो बताइये. ये लोग अपना संकल्प पत्र भूल गए ऐसे में इस सरकार से क्या उम्मीद की जा सकती है. ये पहली सरकार है जो शिलान्यास का शिलान्यास करती है, उद्घाटन का उद्घाटन करती है. योगी जी सदन में कहते हैं कि, पटककर मारना चाहिए ऐसी भाषा सरकार के मुखिया की है.

अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने कहा, यहां सबसे बड़ा प्रोजेक्ट एक्सप्रेस-वे का है, लेकिन लेकिन उनके संकल्प पत्र में क्या ये सब था. क्या यूपी में सुपर क्रिटिकल थर्मल प्लांट लग रहा था. सीएम के मुंह में पटककर मारना, ठोंकना आता है लेकिन बिजली, थर्मल प्लांट जैसे शब्द नहीं आते हैं. कोविड के दौरान मजदूरों की सरकार ने कोई मदद नहीं की और कहते हैं कोरोनाकाल में हमने झंडे गाढ़े हैं. अखिलेश यादव ने आगे कहा, मैं जानना चाहता हूं कि, क्या एक्सप्रेस-वे के प्रोजेक्ट उनके हैं क्या उनका जिक्र उनके प्रस्ताव में था ?

अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने कोरोना काल के समय हुई मौतों को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए और पूछा कि, क्या covid-19 में सरकार ने श्रमिकों की मदद की थी? क्या उनको खाना दिया था? क्या सरकार को याद है की covid लॉकडाउन की वजह से कितने लोगों की जान गई, क्या सरकार ने अपना दुख जताया कभी सदन में? 90 लोगों की जान गई यूपी में covid-19 में. समाजवादी सरकार ने उन 90 परिवारों की मदद की और 1 लाख की आर्थिक सहायता दी.

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अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने मोटेरा स्टेडियम पर कहा कि, आप अपने स्टेडियम की चिंता करिए. हमने लखनऊ के स्टेडियम का नाम भगवान विष्णु के नाम पर रखा था. भगवान से आगे किसी नेता का नाम नहीं हो सकता. हम तो कहते हैं की हट जाओ सरकार से हम 9 महीने में एक और स्टेडियम बना देंगे.

सपा प्रमुख ने कहा, कितने मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने अपने ऊपर लगे मुकदमों को वापस लिया है इसका जवाब दें मुख्यमंत्री. यूपी सरकार का सबसे बड़ा एचीवमेंट है कि, अब दोबारा उनकी सरकार नहीं आएगी.

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