UP Budget session 2021: सोमवार को 11 बजे तक के लिए स्थगित की गई विधानसभा की कार्यवाही

उत्तर प्रदेश में बजट सत्र के शुक्रवार को शुरू होते ही किसानों के मुद्दे पर विधानसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। इसके बाद सदन की कार्यवाही...

उत्तर प्रदेश में बजट सत्र (Budget session) के शुक्रवार को शुरू होते ही किसानों के मुद्दे पर विधानसभा (Assembly) में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। इसके बाद कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कोरोना वॉरियर्स, पुलिस कर्मियों की कोरोना के कारण असमय मृत्यु पर शोक संवेदना व्यक्त की।

साथ ही मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड जल प्रलय में मारे गए लोगों के प्रति भी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि जल प्रलय में प्रदेश के भी कई लोगों की मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करेगी। सीएम के अलावा नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी, बसपा दल के नेता लालजी वर्मा सहित कांग्रेस व अपना दल ने भी शोक संवेदना व्यक्त की।

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शुक्रवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में प्रदेश की कानून-व्यवस्था और उन्नाव के बबुरहा गांव की घटना को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इन मुद्दों पर सपा-बसपा समेत पूरे विपक्ष ने विधानसभा और विधान परिषद से वाकआउट किया। कार्यवाही के दौरान विपक्ष ने प्रदेश सरकार पर उन्नाव की घटना के आरोपियों को बचाने का गंभीर आरोप लगाया।

वहीं, संसदीय कार्य मंत्री विधानसभा (Assembly) में कार्य स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से बसपा विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा ने उन्नाव के बबुरहा गांव में हुई दो किशोरियों की मौत और तीसरी के गंभीर रूप से घायल होने की घटना की जिक्र किया। उन्नाव की घटना का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि यह साधारण घटना नहीं है। बहुत ही निर्ममता से किशोरियों की हत्या की गई है, लेकिन पुलिस इसे हत्या नहीं मान रही है। इस घटना से यह साफ हो गया है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था खत्म हो गई है और अपराधी बेखौफ हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह मामला बहुत ही संवेदनशील है और इस घटना का तत्काल खुलासा होना चाहिए और अपराधियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने सदन की कार्यवाही रोककर इस मुद्दे पर चर्चा कराए जाने की मांग की।

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संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने इस मामले पर सदन (Assembly) को एक किशोरी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी देते हुए कहा कि किशोरियों के शरीर पर न तो बाहरी तरफ किसी चोट का निशान हैं और न ही उनके प्राइवेट पार्ट में किसी तरह के घाव पाए गए हैं। मृतका का विसरा सुरक्षित रखा गया है, जिसकी रिपोर्ट आनी बाकी है, इसलिए अभी इसे हत्या नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने सदन को बताया कि सरकार ने पुलिस को जल्द ही घटना का खुलासा करने के निर्देश दिए हैं।

वहीं, भाजपा राज में अपराध बढ़ने संबंधी बसपा के आरोप का जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी की सरकार के समय तो ऐसी-ऐसी जघन्य घटनाएं हुई थीं, जिसकी गूंज देश के साथ विदेशों में भी सुनी गई थीं। बसपा की तुलना में मौजूदा सरकार का ट्रैक रिकार्ड काफी अच्छा है।

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एनसीआरबी के आंकड़े का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं से संबंधित अपराध, अपहरण, दहेज उत्पीड़न, बलात्कार, लूट, सील भंग की घटनाएं काफी कम हुई हैं। इस पर बसपा के विधायक सदन से वाकआउट कर गए। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सदन की कार्यवाही सोमवार को 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

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