यूपी के इस गांव की है ये आखिरी ‘शबनम’ क्योंकि खौफ में किसी ने अपनी बेटी का नहीं रखा ये नाम

इस घटना के बाद तो पूरे इलाके में सनसनी मच गई थी। गांव में तो इतना खौफ हो गया था कि लोगों ने अपने घर की बेटियों का नाम ही शबनम रखना छोड़ दिया था।

उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले से बहुत बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां की रहने वाली शबनम (shabnam) को फांसी दिए जाने की तैयारी की जा रही है। अगर ऐसा होता है तो शबनम देश के इतिहास में पहली महिला होगी।

जिसे फांसी की सजा दी जाएगी। राष्ट्रपति ने शबनम की दया याचिका को खारिज़ कर दिया है। मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, शबनम को फांसी दी जा सकती है। हालांकि, फांसी की तारीख तय नहीं की गई है।

शबनम नाम से गांववालों में खौफ

शबनम (shabnam) ने अपने आशिक के साथ मिलकर अपने ही घरवालों की हत्या कर दी थी। इतना ही नहीं, दो साल के मासूम बच्चे पर भी महिला का दिल नहीं पसीजा था। उसे भी शबनम ने कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना के बाद पूरे गांव में लोगों को उस महिला और उसके नाम से ही नफरत हो गई थी। खौफ का आलम तो ये था कि गांव के लोगों ने इस घटना के बाद अपनी बेटियों का नाम शबनम रखना छोड़ दिया था।

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प्रेमी के साथ मिलकर परिवार के सात लोगों को उतारा मौत के घाट

दरअसल, यह पूरा मामला साल 2008 का है। जब अमरोहा की रहने वाली शबनम (shabnam)ने अप्रैल में ब्वॉयफ्रेंड के साथ मिलकर अपने परिवार के सात लोगों को कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतार दिया था।

इस घटना के बाद तो पूरे इलाके में सनसनी मच गई थी। गांव में तो इतना खौफ हो गया था कि लोगों ने अपने घर की बेटियों का नाम ही शबनम रखना छोड़ दिया था। मामले में निचली कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक शबनम (Shabnam) को फांसी की सजा बरकरार रखी गई थी। फांसी की सजा के बाद शबनम ने कोर्ट में दया याचिका भी दी थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था।

निर्भया को फांसी देने वाले जल्लाद ने फांसी घर का किया निरीक्षण

निर्भया के दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकाने वाले जल्लाद पवन ने फांसी घर का दो बार निरीक्षण किया है। इतना ही नहीं, जल्लाद ने फांसी घर में जो खामियां पाईं, उन्हें प्रशासन से बोलकर सही कराया।

बक्सर से मांगवाई गई है रस्सी

जानकारी के मुताबिक, अपने परिवार के ही सात लोगों को कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतारने वाली महिला शबनम (Shabnam) को फांसी देने के लिए रस्सी बक्सर से रस्सी मंगवाई गई है।

मथुरा के फांसी घर में दी जा सकती है फांसी

मथुरा के फांसी घर में शबनम (shabnam)को फांसी दी जा सकती है। मथुरा में महिलाओं के लिए आजादी से पहले यहां फांसी घर बनवाया गया था। अब तक यहां किसी को फांसी नहीं दी गई। हालांकि, अभी शबनम को फांसी दी जाएगी या नहीं, इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती है।

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