सुल्तानपुर में हनुमान मंदिर की जर्जर व्यवस्था को देख कर किराएदार व कब्जाधारी कर रहे राजनीति

सुल्तानपुर से मात्र 60 किलोमीटर दूरी पर अयोध्या में बन रहा भव्य राम मंदिर तो वही सुल्तानपुर में हनुमान मंदिर की जर्जर व्यवस्था को देख कर किराएदार व कब्जाधारी कर रहे राजनीति और सिर्फ अपने हितों का रख रहे ख्याल।

खबर सुल्तानपुर से है जहाँ मौनी मंदिर परिसर स्थित तुलसी सत्संग भवन समिति के किराएदारो से बात की गई और उनसे पूछा गया की। तिकोनिया पार्क स्थित मौनी मंदिर परिसर में आप लोग किराएदार हैं और आप लोग सड़क जाम करते हैं जिसमे शासन प्रशासन सभी हलाकान होते हैं तो उन सभी ने अपने अपने पक्ष रखते हुए बताया कि उनके साथ जबरदस्ती और जबरन खाली कराया जा रहा है तो किसी ने अपनी डिग्री होना बताया तो किसी ने आजीवन किरायदार होने की बात कही तो किसी ने शासन सत्ता का बेजा इस्तेमाल होने बताया तो किसी ने आत्मदाह करने की धमकी दी तो भाजपा को कोसते हुए अपनी बात कही ।

 

बताते चलें कि जब हमारी मुलाकात मौनी मंदिर सत्संग के ओम प्रकाश पाण्डेय बजरंगी पूर्व प्रत्याशी भाजपा इसौली विधानसभा के पुत्र आशीष पाण्डेय उर्फ सनी से हुई तो उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर की समस्त जर्जर दूकानों से जान माल का खतरा बढ़ गया है और जर्जर दुकानों को तोड़े जाने के लिए समस्त किराएदार को कई बार सूचित किया गया और उनसे आग्रह भी किया गया कि वो सहमति से जर्जर भवन दुकान खाली कर दे। जिससे कि किसी बड़ी दुर्घटना से बचा जा सके अन्यथा यदि को हादसा घटित होता है , तो वे सभी लोग जो इसमे राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं। वे ही हादसे के बाद हम पर आरोप लगाते हुए नज़र आएंगे की अपने समय रहते क्यूँ इसका जीर्णोद्धार नही कराया।

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तो वहीं आशीष पाण्डेय सनी ने बताया कि जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर पूरे प्रकरण से अवगत करा दिया गया है। उक्त मामले की जब जाँच पड़ताल की गई तो पूरा मामला उजागर हो गया। दरअसल, तुलसी सत्संग भवन समिति पूरी तरह से जर्जर हो गई है यदि समय रहते दुकानों को नहीं तोड़ा गया तो किसी भी समय कोई बड़ा हादसा हो सकता है क्योंकी दुकाने 70,80 साल पुरानी हैं और दुकाने पूरी तरह से जर्जर हो चुकी हैं साथ ही आशीष पाण्डेय ने बताया कि वर्ष भर पहले से दुकानदारों को लगातार नोटिस दिया जा रहा है , दुकान खाली करने का अंतिम नोटिस भी दुकानदारों को दिया जा चुका है।

उन्होने ने बताया कि शिकायतकर्ता दुकान के मालिक नहीं है,बल्कि किराएदार हैं। जबकि जिले के जिम्मेदार अफसरों से भी जर्जर दुकानो को तोड़कर हटाए जाने की मांगी जा चुकी अनुमति है।

 

वही जब इस बारे में उप जिलाधिकारी रामजी लाल से बात हुई तो उन्होंने बताया कि इमारत पूरी तरह से जर्जर दिख रही है और इमारत को पुनः तोड़ कर बनाना ही हितकर होगा सबसे बड़ी और अहम बात यह है कि इसी मंदिर में हनुमानजी की मूर्ती भी स्थापित है जो कई वर्षों पुरानी है और और मंदिर की छत व दीवारे पूरी तरह से छतिग्रस्त हो चुकी हैं और किसी भी समय ध्वस्त हो सकती हैं लेकिन लोगों का मक़सद सिर्फ क़ानूनी दाव पेंच और राजनीतिक षणयंत्र ही खेला जा रहा है चाहे वो दुकानदार हो रहने वाले उन्हें अपने हित के आगे ये भी नहीं दिख रहा है कि जिस तरह से अयोध्या में प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर निर्माण कार्य चल रहा है तो क्यों ना सुल्तानपुर में इस हनुमानजी के मंदिर का भी जीर्णोद्धार हो जाये और हनुमानजी का भव्य मंदिर बन जाये लेकिन मनुष्य अपने हित के आगे कहाँ भगवान की फिक्र करता है भगवान चाहे जिस दसा में रहें!

Report-Santosh Pandey

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