UP Anganwadi Recruitment 2021: यूपी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के चयन में हुआ बड़ा बदलाव, जानिये 50 हजार खाली पदों पर कैसे होगी भर्ती ?

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में रहने वाली बेरोजगार महिलाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है।

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में रहने वाली बेरोजगार महिलाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। लंबे समय से बाधित आंगनबाड़ी वर्कर, मिनी वर्कर व सहायिका की मानदेय आधारित नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। प्रदेश में कार्यकत्री व सहायिका के काफी पद खाली हैं, जिसके लिए बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग ने नियुक्ति के संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है।

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के भर्ती से जुड़े नियमों में बदलाव

उत्तर प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के भर्ती से जुड़े नियमों में बदलाव किया गया है। इस नियमों के तहत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के चयन के लिए जो चयन समिति बनाई जाएगी, उस समिति में अब एक महिला अधिकारी का होना अनिवार्य कर दिया गया है। इनके चयन के लिए जो मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी, उसमें पहली वरीयता गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले परिवार के सदस्य को दी जाएगी।

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यूपी में लम्बे समय से 50 हजार पद हैं रिक्त

आपको बता दें कि वर्तमान समय में यूपी में लम्बे समय से 50 हजार पद रिक्त हैं। भर्ती प्रक्रिया में नए नियम बन जाने के बाद अब संभव है कि इन पदों पर भर्ती नए नियमों के मुताबिक की जायेगी। प्रदेश की बाल विकास सेवा व पुष्टाहार की अपर मुख्य सचिव एस राधा चौहान ने प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं की नियुक्ति प्रक्रिया का पुनर्निधारण संबंधी जानकारी दी है।

नए नियमों के मुताबिक, प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के चयन के लिए शहरी क्षेत्रों में गरीबी की आय सीमा 56460 रुपये और ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी की आय सीमा 46080 रुपये तय की गई है। इसके अतिरिक्त जिन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की आयु 62 साल की हो जायेगी, उनकी सेवा स्वतः समाप्त हो जायेगी। इसके अलावा पहले की योग्यताएं यथावत रखी गई हैं। राज्य में आंगनबाड़ी और मिनी केंद्र पर कार्यकत्रियों की नियुक्ति के लिए महिलाओं को 10वीं परीक्षा या समकक्ष परीक्षा पास होनी चाहिए। वहीं, सहायिकाओं के लिए शैक्षिक योग्यता न्यूनतम पांचवीं पास होनी चाहिए।

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आंगनबाड़ी कार्यकत्री पद के लिए वरीयता

सहायिकाओं को हाईस्कूल उत्तीर्ण होने की स्थिति में आंगनबाड़ी कार्यकत्री पद के लिए वरीयता प्रदान की जाएगी। यदि उम्मीदवार ने पांच वर्ष की सहायिका के रूप में सेवा पूर्ण कर ली है तो अधिकतम आयु सीमा में पांच वर्ष की छूट भी दी जाएगी। आंगनबाड़ी कार्यकत्री पद के लिए सहायिका के बाद विधवा, तलाकशुदा महिलाओं को वरीयता दी जाएगी।

इन पदों पर अप्लाई करने वाले उम्मीदवारों की आयु सीमा 21 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए, जबकि सहायिका से आंगनबाड़ी कार्यकत्री पद पर चयन के लिए अधिकतम आयु सीमा 50 वर्ष तय की गई है। कार्यकत्री पद के लिए वे ही महिलाएं आवेदन कर सकती हैं, जिन्होंने पांच वर्ष सहायिका के पद पर काम किया हो।

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45 दिनों में पूरी होगी भर्ती प्रक्रिया

आवेदन पत्र का प्रारूप एनआईसी तैयार करेगा, जिसे सभी जिलों को भेजा जाएगा। विज्ञापन प्रकाशित होने के बाद चयन प्रक्रिया 45 दिनों में पूरी की जाएगी।

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