जानें, किसान नेता राकेश टिकैत ने क्यों कहा- तिरंगा सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी का है ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए साल पर पहली बार मन की बात की है. मन की बात में पीएम मोदी ने लालकिले पर तिरंगे के अपमान और दूसरा झंडा लगाने को लेकर नाराजगी जताई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए साल पर पहली बार मन की बात की है. मन की बात में पीएम मोदी ने लालकिले पर तिरंगे के अपमान और दूसरा झंडा लगाने को लेकर नाराजगी जताई है. पीएम मोदी ने मन की बात के दौरान कहा कि, लालकिले पर तिरंगे के अपमान से मन बहुत दुखी हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी की इस बात पर पलटवार करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत (rakesh tikait) ने कहा, क्या तिरंगा सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी का है? राकेश टिकैत (rakesh tikait) ने कहा, सारा देश तिरंगे से प्यार करता है, जिसने तिरंगे का अपमान किया है उसको पकड़ा जाए. सरकार के साथ बाचती को लेकर टिकैत (rakesh tikait) ने कहा, बंदूक की नोक पर बातचीत नहीं होगी.

वहीं कृषि कानून के विरोध में गाजीपुर (ghazipur) बॉर्डर पर आंदोलन तेज हो गया है. राकेश टिकैत (rakesh tikait) के ऐलान पर किसानों का हुजूम बढ़ता जा रहा है. जिसे देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने एनएच-24 हाईवे को बंद कर दिया है. हाईवे को अक्षरधाम-नोएडा और इंदिरापुरम की तरफ जाने वाले रास्ते पर बैरीकेड्स लगा दिए हैं. बॉर्डर पर फिर से किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली से पहुंच रहे हैं और दूर-दूर तक सिर्फ ट्रैक्टर दिखाई दे रहे हैं.

सरकार आंदोलन को तेज होते देखकर एक बार फिर से बातचीत के लिए तैयार है. शनिवार को पीएम मोदी की अगुवाई में हुई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के नेताओं से कहा था कि, किसानों के साथ बातचीत के लिए अभी भी रास्ते खुले हुए हैं. पीएम मोदी ने कहा था कि, सरकार सिर्फ एक फोन कॉल से दूर है. अगर किसानों की तरह से पहल की जाती है तो सरकार आगे बढ़कर बातचीत के लिए आएगी.

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वहीं पुलिस ने गाजीपुर (ghazipur) बॉर्डर पर किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रातों-रात 12 लेयर की बैरीकेडिंग कर दी है. पुलिस संदेह जता रही है कि, 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट के दौरान किसान संसद कूच कर सकते हैं. इसलिए बैरीकेडिंग लगाकर उन्हें आगे जाने से रोकना है.

पुलिस ने जिन रास्तों को बंद किया है उनमें NH-24 को पूरी तरह से बंद कर दिया है. नोएडा से अक्षरधाम जाने वाले मार्ग के अलावा दिल्ली-इंदिरापुरम और नोएडा के रास्ते को भी सील कर दिया गया है. ऐसे में आम जनता को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. दिल्ली पुलिस इस बार कोई भी ऐसी गलती नहीं करना चाहेगी जिससे किसान दिल्ली के अंदर घुसकर संसद के बाहर प्रदर्शन करें.

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