दिल्ली हिंसा पर कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा, सुरजेवाला ने लगाए गंभीर आरोप

दिल्ली में हुई हिंसा के बाद अब मोदी सरकार पर कांग्रेस हमलावर हो गई है. कांग्रेस ने हिंसा के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.

दिल्ली में हुई हिंसा के बाद अब मोदी सरकार पर कांग्रेस (CONGRESS) हमलावर हो गई है. कांग्रेस (CONGRESS) ने हिंसा के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. कांग्रेस (CONGRESS) प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि, ये खुफिया एजेंसियों की नाकामी की वजह से हुआ है. इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह को तत्काल पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए. सुरजेवाला ने कहा कि, दिल्ली में एक साल के अंदर ये दूसरी सबसे बड़ी घटना है. उन्होंने कहा कि, दिल्ली में किसान आंदोलन की आड़ में हुई इस हिंसा को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया है. जिसे मोदी सरकार रोक पाने में नाकामयाब साबित हुई है. इसलिए गृह मंत्री को पद पर रहने का कोई हक नहीं है.

सुरजेवाला ने कहा कि, अगर पीएम नरेंद्र मोदी अमित शाह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते हैं तो ये साबित होगा कि, अमित शाह को सरकार संरक्षण दे रही है. वहीं हिंसा के आरोपियों में शामिल दीप सिद्धू को लेकर कांग्रेस (CONGRESS) प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा कि, बीजेपी के नेताओं का दीप बहुत करीबी है और वह लालकिले में कैसे मौजूद था. रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि, सरकार हिंसा की अगुवाई कर रहे लोगों पर कार्रवाई न करके किसान नेताओं पर एफआईआर दर्ज करवा रही है.

किसानों के ट्रैक्टर मार्च (tractor parade) के दौरान हुई हिंसा को लेकर ट्विटर ने कुल 550 अकाउंट सस्पेंड कर दिए हैं. इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने किसान आंदोलन में हुई हिंसा को लेकर 37 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है.

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दिल्ली हिंसा में एक किसान की मौत होने को लेकर जारी विवाद के बीच उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि, किसान की मौत गोली लगने से नहीं बल्कि ट्रैक्टर के पलटने से हुई थी. रिपोर्ट में लिखा है कि, किसान की मौत की वजह उसके शरीर के अंदरूनी चोट लगने से हुई थी.

बता दें कि, 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर रैली (tractor parade) निकाली थी. जिसके बाद अचानक से हिंसा से भड़क गई और एक किसान ट्रैक्टर से स्टंट कर रहा था. तभी ट्रैक्टर पलटने से उसकी मौत हो गई. जिसको लेकर कहा जा रहा था कि, किसान की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई थी.

किसान नेता वीएम सिंह ने ऐलान किया है कि उनका संगठन किसानों के आंदोलन से अलग हो रहा है. वीएम सिंह के संगठन का नाम राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ है. ये संगठन अब आंदोलन का हिस्सा नहीं होगा. वीएम सिंह ने कहा कि इस रूप से आंदोलन नहीं चलेगा. हम यहां पर शहीद कराने या लोगों को पिटवाने नहीं आए हैं. उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत पर आरोप लगाए हैं. वीएम सिंह ने कहा कि राकेश टिकैत सरकार के साथ मीटिंग में गए. उन्होंने यूपी के गन्ना किसानों की बात एक बार भी उठाई क्या. उन्होंने धान की बात की क्या. उन्होंने किस चीज की बात की. हम केवल यहां से समर्थन देते रहें और वहां पर कोई नेता बनता रहे, ये हमारा काम नहीं है.

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