ट्रैक्टर रैली हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस के 18 जवान घायल, एक की हालत गंभीर

दिल्ली में किसानों की तरफ से निकाली गई ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस के 18 जवान घायल हो गए हैं. घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया है.

दिल्ली में किसानों की तरफ से निकाली गई ट्रैक्टर रैली (tractor rally) में हुई हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस के 18 जवान घायल हो गए हैं. घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया है. वहीं एक पुलिसकर्मी की हालात गंभीर बनी हुई है. पुलिस ने बयान जारी करते हुए कहा है कि, किसानों के साथ जिन शर्तों पर सहमति हुई थी. उसकी अनदेखी कर ट्रैक्टर रैली (tractor rally) निकाली गई. इस दौरान किसानों की तरफ से तोड़फोड़ कर हिंसा का रास्ता अपना लिया. लेकिन पुलिस ने संयम का परिचय आखिरी समय तक दिया. इस आंदोलन में काफी जन संपत्ति का नुकसान हुआ है. पुलिस ने आंदोलनकारियों से अपील की है कि, हिंसा को छोड़कर शांति बनाएं और वापस लौट जाएं.

संयुक्त किसान मोर्चा ने हिंसा को लेकर बयान जारी किया. मोर्चा ने हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि हिंसा से आंदोलन को नुकसान पहुंचेगा. सभी घटनाओं की समीक्षा की जाएगी. हम खुद को उपद्रवी तत्वों से अलग करते हैं. साथ ही किसान (farmers) मोर्चा ने किसानों को हिंसा से दूर रहने की अपील की है.

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दिल्ली के लालकिले पर मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने निशान साहब का झंडा फहरा दिया. जहां पर प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस के दिन संबोधन देते हैं, उसी जगह प्रदर्शनकारियों ने अपना झंडा फहरा दिया.

किसान नेता राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि राजनीतिक पार्टियों के लोग किसान आंदोलन में शामिल होकर गड़बड़ी कर रहे हैं. वहीं किसानों (farmer) ने लाल किले पर तिरंगा झंजे की जगह अपना झंडा लहरा दिया है. जिसके बाद अब लाल किले को बंद करने के साथ ही अतिरिक्त फोर्स तैनात किए जाने के निर्देश दिए गए हैं.

लाल किले और इंडिया गेट की ओर बढ़ रहे किसानों (farmers) पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. इसके साथ ही लगातार आंसू गैस के गोले दागे जा रहे है. पुलिस ने फिलहाल किसानों को पीछे खदेड़ा है, लेकिन अभी भी किसान आईटीओ पर डटे हैं. आईटीओ पर डीटीसी की बसों को भी किसानों ने निशाना बनाया और जमकर तोड़फोड़ की. इस दौरान गणतंत्र दिवस की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी भी पहुंच गए हैं. इसके साथ ही किसानों की संख्या भी बढ़ती जा रही है.

ट्रैक्टर परेड (tractor rally) के दौरान जिन जगहों पर पुलिस के साथ झड़प और तोड़फोड़ की गई है उनमें गाजीपुर बॉर्डर के पास किसानों ने बैरीकेट्स तोड़ दिए. अक्षरधाम-नोएडा मोड़ के पास किसानों (farmers) की पुलिस के साथ भिड़ंत हो गई. वहीं नोएडा-चिल्ला बॉर्डर पर भी तनातनी का माहौल है. इसके साथ ही मुकरबा चौक, टिकरी बॉर्डर, नांगलोई में भी पुलिस के बैरीकेड्स तोड़ दिए गए. किसानों (farmer) ने पुलिस की तरफ से दी गई उन 37 एनओसी के नियमों का उल्लंघन किया. कई जगहों पर पुलिस ने किसानों को हटाने के लिए बल का प्रयोग किया. आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए और लाठीचार्ज भी किया गया.

सिंघु बॉर्डर से आउटर रिंग पर किसानों की ट्रैक्टर परेड (tractor rally) का जुलूस पहुंच गया है. आउटर रिंग रोड पर पुलिस ने किसानों को रैली निकालने की अनुमति नहीं दी थी. लेकिन किसान सुबह से ही अड़े हुए थे. किसानों ने सड़क पर लगी बैरीकेड्स को तोड़कर आउटर रिंग रोड पर पहुंच गए और रैली निकाल रहे हैं.

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ट्रैक्टर रैली (tractor rally) निकाल रहे किसानों (farmer) ने बैरीकेड तोड़ दिए. इसके बाद पुलिस ने किसानों (farmer) को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज शुरू कर दी. बता दें कि, पुलिस ने अक्षरधाम से पहले एनएच 24 पर बैरीकेडिंग की थी जिसे कुछ किसानों ने तोड़कर दिल्ली की तरफ जाने की कोशिश की.

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