IND Vs AUS: शानदार जीत के बाद बोले कप्तान अजिंक्य रहाणे, ये था पांचवें दिन का प्लान…

ब्रिस्बेन में शानदार जीत दर्ज करने के बाद भारतीय टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा कि, यह जीत काफी मायने रखती है. मुझे नहीं पता कि, इस जीत को कैसे बयां करूं लेकिन मुझे अपने खिलाड़ियों पर गर्व है. हर किसी को गर्व है. हम सिर्फ अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते थे और परिणाम के बारे में सोच ही नहीं रहे थे.

ब्रिस्बेन में शानदार जीत दर्ज करने के बाद भारतीय टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे (ajinkya rahane) ने कहा कि, यह जीत काफी मायने रखती है. मुझे नहीं पता कि, इस जीत को कैसे बयां करूं लेकिन मुझे अपने खिलाड़ियों पर गर्व है. हर किसी को गर्व है. हम सिर्फ अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते थे और परिणाम के बारे में सोच ही नहीं रहे थे.

रहाणे (ajinkya rahane) ने आगे कहा, जब मैं बल्लेबाजी करने गया था तो मेरे साथ पुजारा के बीच यही बात चल रही थी कि, पुजारा को समान्य बल्लेबाजी करनी है और मुझे शॉट्स खेलने हैं, क्योंकि हम जानते थे कि आगे पंत और मयंक हैं. पुजारा को इसका श्रेय देना होगा क्योंकि उन्होंने जिस तरह से दबाव का सामना किया और शानदार खेले. इसके बाद ऋषभ पंत ने भी बेहतरीन पारी खेली और अंजाम तक पहुंचाया. जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का खिताब भी दिया गया.

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की सीरीज में 2-1 से जीत के साथ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी बरकरार रखने के लिए पांच करोड़ रुपये बोनस देने की घोषणा की है. अजिंक्य रहाणे (ajinkya rahane) की कप्तानी में भारतीय टीम ने 70 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है. वहीं मैच के बाद भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे (ajinkya rahane) ने अपना 100वां मैच खेल रहे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज नेथन लायन को टीम इंडिया की जर्सी तोहफे में दी. इस जर्सी पर रहाणे (ajinkya rahane) के ऑटोग्राफ भी थे.

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की सीरीज में 2-1 से जीत के साथ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी बरकरार रखने के लिए पांच करोड़ रुपये बोनस देने की घोषणा की है. अजिंक्य रहाणे (ajinkya rahane) की कप्तानी में भारतीय टीम ने 70 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है.

इंडिया (India) और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन के गाबा इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए चौथे और निर्णायक मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने अपने शानदार प्रदर्शन से गाबा के मैदान पर तिरंगा लहरा दिया. शुभमन गिल और ऋषभ पंत (Rishbah Pant) की शानदार पारी की बदौलत इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हराकर टेस्ट सीरीज को 2-1 से नाम कर लिया. इसी जीत के साथ भारत (India) ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में जीत की हैट्रिक लगा दी है. इससे पहले दो बार लगातार इंडिया (India) ने इस सीरीज पर अपना कब्जा जमाया है. पंत (Rishbah Pant) ने कहा कि, यह मेरे जीवन का अभी तक सबसे बड़ा पल है. मैं इस बात से खुश हूं कि सपोर्ट स्टाफ और मेरी टीम के सभी साथियों ने तब मेरा साथ दिया जब मैं खेल नहीं रहा था. यह सपने जैसी सीरीज रही है.”

इस सीरीज के हीरो रहे सात ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने खेल की तस्वीर बदल कर भारत (India) के पक्ष में लाकर खड़ा कर दिया. बैटिंग और बॉलिंग के जरिए टीम को जीत की इबारत लिखने में अहम भूमिका निभाई. इनमें ओपनर बल्लेबाज शुभमन गिल, ऋषभ पंत, शार्दुल ठाकुर, वाशिंगटन सुंदर, चेतेश्वर पुजारा, मोहम्मद सिराज, टी नटराजन का नाम शामिल है.

शुभमन गिल ने अपनी शानदार 91 रनों की पारी खेलते हुए लोगों का दिल जीत लिया. शुभमन गिल ने ओपनर बैट्समैन के तौर आकर मुश्किल समय में अच्छी शुरूआत करते हुए टीम (Team India) को जीत की तरफ बढ़ाया. शुभमन ने पुजारा के साथ मिलकर 114 रनों की साझेदारी की जिसमें उन्होंने 8 चौके और 2 छक्के लगाए.

ऋषभ पंत (Rishbah Pant) ने पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया (Team India) को ना सिर्फ जीत दिलाई बल्कि पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी का एक रिकॉर्ड तोड़कर उसे अपने नाम कर लिया. इस टेस्ट मैच में पंत(Rishbah Pant) एक हजार रन पूरे करने के साथ सबसे युवा बल्लेबाज बन गए. ऋषभ पंत (Rishbah Pant) ने 89 रनों की दमदार पारी खेली.

ब्रिस्बेन टेस्ट में शार्दुल ठाकुर असली हीरो बनकर उभरे हैं. इस मैच में शार्दुल ठाकुर ने कुल 7 विकेट झटके और बल्ले के साथ 67 रन भी बनाए. इसके अलावा शार्दुल ने दो बेहतरीन कैच भी पकड़े .

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