बड़ी खबर: सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से कहा- आप इन कानूनों को रोकेंगे या फिर हम…

सुप्रीम कोर्ट ने आगे कहा कि, हम किसी को आंदोलन करने से नहीं रोक सकते हैं. आप आंदोलन जारी रख सकते हैं, लेकिन हम यह जानना चाहते हैं कि, अगर कानून रुक जाता है तो क्या आप आंदोलन की जगह बदलेंगे जबतक रिपोर्ट ना आए?

कृषि कानून के विरोध में किसान (farmer) पिछले करीब 50 दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं. उनका कहना है कि, सरकार जब तक इन काले कानूनों को वापस नहीं लेगी तब तक ये आंदोलन चलता रहेगा. इसके लिए चाहे पूरे साल हमें आंदोलन करना पड़े. वहीं सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को शुरू हुई सुनवाई के दौरान सीजेआई (CJI) ने सरकार के रवैये पर नाराजगी जाहिर की है. सीजेआई (CJI) ने कहा कि, जिस तरह से सरकार इस मसले को हैंडल कर रही है उससे हम खुश नहीं हैं. हमें नहीं पता सरकार ने कानून पास करने से पहले क्या किया.पिछली सुनवाई में भी बातचीत के बारे में कहा गया, क्या हो रहा है?

सुप्रीम कोर्ट ने आगे कहा कि, हम किसी को आंदोलन करने से नहीं रोक सकते हैं. आप आंदोलन जारी रख सकते हैं, लेकिन हम यह जानना चाहते हैं कि, अगर कानून रुक जाता है तो क्या आप आंदोलन की जगह बदलेंगे जबतक रिपोर्ट ना आए? इसके साथ ही सीजेआई ने कहा कि, अगर कोई बड़ी घटना होती है तो हम सब इसके जिम्मेदार होंगे.

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सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, अगर किसान विरोध कर रहे हैं तो हम चाहते हैं कि, कमेटी उसका समाधान निकाले. हम किसी का खून अपने हाथ पर नहीं लेना चाहते हैं. लेकिन हम किसी को विरोध प्रदर्शन करने से मना भी नहीं कर सकते हैं.

वहीं सरकार की तरफ से कोर्ट में कहा गया कि, इस तरह से कानून पर रोक नहीं लगाई जा सकती है. इसपर सीजेआई ने कहा कि, हम सरकार के रवैये से बेहद नाराज है और इस कानून को रोकने की हालत में हैं. इसके साथ ही कोर्ट ने कहा कि, अब किसान अपनी समस्या कमेटी को बताएंगे.

सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि, हमारे पास एक भी ऐसी दलील नहीं आई है जिसमें कानून की तारीफ की गई हो. सीजेआई (CJI) ने कहा कि, हम किसान मामलों के एक्सपर्ट नहीं हैं लेकिन क्या आप इन कानूनों को रोकेंगे या फिर हम कदम उठाएं. हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं लोग ठंड से मर रहे हैं वहां खाने-पीने का कौन ख्याल रख रहा है.

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