इलाहाबाद विश्वविद्यालय हमारी पहचान है हमारी पहचान के साथ छेड़छाड़ हमें बर्दाश्त नही- पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष इलाहाबाद विश्वविद्यालय अवनीश कुमार यादव
इलाहाबाद विश्वविद्यालय हमारी पहचान है हमारी पहचान के साथ छेड़छाड़ हमें बर्दाश्त नही है नाम बदलने की राजनीति को छोड़कर सुविधा कैसे अच्छी हो इसके बारे में सरकार को सोचनी चाहिए ।।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय जिंदाबाद ।।
इंकलाब जिंदाबाद ।।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अवनीश कुमार यादव ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय का नाम बदलने के संदर्भ में पत्र लिख अपना विरोध व्यक्त किया है. अवनीश कुमार यादव ने पत्र में लिखा कि सरकार द्वारा समाचार पत्र के माध्यम से यह पता चला है कि वर्तमान सरकार इलाहाबाद विश्वविद्यालय का नाम बदलकर और रखना चाहती है.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय देश के सबसे प्राचीनतम विश्वविद्यालयों में से एक है. जिसकी ख्याति देश में नहीं अपितु पूरे विश्व में फैली है. देश में जितने भी पुराने विश्वविद्यालय हैं और जहां हैं वहां के शहरों के नाम बदले लेकिन विश्वविद्यालय का नाम नहीं बदला गया.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से लाखों छात्र पढ़ाई कर चुके हैं और देश और विदेश में इलाहाबाद विश्वविद्यालय का नाम ऊँचा किया है.
शिक्षण संस्थान छात्रों की पहचान है उसके नाम और अस्मिता को बदलना मतलब लाख और छात्रों के नाम और अस्मिता को बदलना है. हम इसका विरोध करते हैं और आप से मांग करते हैं कि हमारे पहचान के साथ छेड़छाड़ ना किया जाए. अतः श्रीमान जी आपसे विनम्र निवेदन है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय का नाम इलाहाबाद विश्वविद्यालय ही रहने दिया जाए अन्यथा हम सभी छात्रों का पालन करते हुए आंदोलनों के लिए होंगे
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