घंटों कंप्यूटर पर काम करने के बाद पीठ दर्द की समस्या से न हो परेशान अपनाएं ये सरल उपाए

पीठ दर्द के कई कारण है, जैसे सर्जिकल डिलिवरी, गलत तरीके से सोना या उठना-बैठना। महिलाओं को आमतौर पर ऊंची हील की सैंडल पहनने से भी कमर दर्द होने लगता है। वैसे तो पीठ और कमर दर्द का ऐलोपथी के जरिये इलाज मौजूद है, लेकिन आयुर्वेदिक चिकित्सा में इन दोनों तरह के दर्द का स्थायी उपचार उपलब्ध है। जानें, कमर और पीठ दर्द का आयुर्वेदिक उपचार क्या है…
एक्सरसाइज जरूर करें

आधुनिक समय में सेहतमंद रहना किसी चुनौती से कम नहीं है। डॉक्टर्स फिट रहने के लिए रोजाना वर्कआउट करने की सलाह देते हैं। अगर आप वर्कआउट नहीं कर पाते हैं, तो मॉर्निंग वॉक (सुबह में पैदल जरूर जाएं) जरूर करें। इस दौरान स्ट्रेचिंग भी करें।

भुजंगासन करें

अंग्रेजी में भुजंगासन को कोबरा पोज कहते हैं। इस योग को करने से कमर दर्द में आराम मिल सकता है। हालांकि, पीठ दर्द से पीड़ित लोगों को भुजंगासन नहीं करने की सलाह दी जाती है।

मालिश करवाएं

प्राचीन समय में लोग सेहतमंद रहने के लिए मालिश का सहारा लेते थे। आधुनिक समय में भी दादी-नानी दर्द रहने पर मसाज करने की सलाह देते हैं। इसके लिए सरसों तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। खासकर नहाने से पहले मालिश करवाने से बहुत फर्क पड़ता है। एक चीज़ का ध्यान रखें कि मालिश के गुनगुने गर्म पानी से ही नहाएं।

सही मुद्रा में बैठें

आजकल लोग बैठकर घंटों लैपटॉप और पीसी पर वर्क करते हैं। इसके अतिरिक्त घंटों मोबाइल सर्फिंग करते हैं। इस मुद्रा में कमर सीधी नहीं रहती है। इससे रीढ़ की हड्डी (स्पाइनल कॉर्ड) पर दबाव पड़ता है। इस वजह से पीठ अथवा कमर दर्द की शिकायत होती है।

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