स्वदेशी वैक्सीन पर राजनीतिक विवाद शुरू, विपक्षी नेता ने उठाया सवाल, हर्षवर्धन से मांगा जवाब

भारत में दो स्वदेशी कोरोना वैक्सीन को शर्तों के साथ इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए DCGI से मंजूरी मिलने के साथ ही राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है।

भारत में दो स्वदेशी कोरोना वैक्सीन (Vaccine) को शर्तों के साथ इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए DCGI से मंजूरी मिलने के साथ ही राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भारत बायोटेक की वैक्सीन पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस के दो बड़े नेताओं शशि थरूर और जयराम रमेश ने कोवैक्सीन को DCGI से मंजूरी मिलने पर चिंता जाहिर की है। वहीं, भाजपा ने कांग्रेस के रवैये को देश के वैज्ञानिकों का अपमान बताया है।

कांग्रेस नेता ने उठाए सवाल

बता दें कि भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) की ओर से ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन (Vaccine) ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक की वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ के सीमित आपात इस्तेमाल को मंजूरी देने के बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर और रमेश जयराम रमेश ने सवाल उठाते हुए ट्वीट किया है। कांग्रेसी नेताओं ने वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को लेकर सवाल उठाते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से जवाब मांगा है।

ये भी पढ़ें – किसान की हैं दो पत्नियां और छह बच्चे फिर भी अपने पालतू कुत्ते के साथ किया कुछ ऐसा कि…

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट कर कहा है कि “अब तक कोवैक्सीन ने तीसरे चरण का परीक्षण नहीं दिया है। स्वीकृति समय से पहले मिली है और यह खतरनाक हो सकती है। डॉ. हर्षवर्धन को स्पष्ट करना चाहिए। पूर्ण परीक्षण समाप्त होने तक इसके उपयोग से बचा जाना चाहिए था। इस दौरान भारत एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के साथ अभियान शुरू कर सकता है।”

स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से मांगा जवाब

वहीं, कांग्रेस के दूसरे वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने भी स्वदेशी वैक्सीन (Vaccine) ऐसे ही सवाल उठाए हैं और उन्होंने इस बाबत स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से जवाब मांगा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि भारत बायोटेक प्रथम श्रेणी का उद्यम है, लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि तीसरे चरण के परीक्षणों से संबंधित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत प्रोटोकॉल कोवैक्सीन के लिए संशोधित किए जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को इसे बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए।

Related Articles

Back to top button