हरियाणा: 13 किसानों के खिलाफ हत्या की कोशिश में मुकदमा दर्ज, मुख्यमंत्री को दिखाए थे काले झंडे और गाड़ियों में फेंकी थीं लाठियां
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर कड़ाके की ठंड में भी सड़कों पर किसानों का आंदोलन लगातार 29वें दिन भी जारी है।
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर कड़ाके की ठंड में भी सड़कों पर किसानों का आंदोलन लगातार 29वें दिन भी जारी है। पूरे देशभर में किसान (Farmers) इन कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच मंगलवार को हरियाणा (Haryana) के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (CM Manohar Lal Khattar) को किसानों ने काले झंडे दिखाए थे। मुख्यमंत्री के काफिले को कथित रूप से कुछ किसानों ने रोकने की कोशिश की थी और उनकी गाड़ियों पर लाठियां फेंकी थीं, जिसके बाद हरियाणा पुलिस ने 13 किसानों के खिलाफ हत्या की कोशिश यानी अटेप्ट टू मर्डर और दंगा फैलाने सहित कई आरोपों में केस दर्ज किया है।
बता दें कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) किसी कार्यक्रम में पहुंचे थे, जहां कुछ किसानों ने उनकी गाड़ी रोकने की कोशिश की थी। इस दौरान कुछ किसानों (Farmers) ने कथिर रूप से मुख्यमंत्री के काफिले को ही ब्लॉक कर दिया था और आगे नहीं जाने दे रहे थे, जिसके कुछ देर बाद पुलिस उन्हें वहां ने निकलने में सफल हो पाई थी।
ये भी पढ़ें : LIVE: पुलिस हिरासत में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा- किसानों को देशद्रोही कहना पाप है…
दरअसल, निकाय चुनावों को लेकर मंगलवार को बीजेपी और जेजेपी की संयुक्त मेयर प्रत्याशी और पार्षदों के चुनाव प्रचार करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया अंबाला पहुंचे थे। इस दौरान कृषि कानूनों के विरोध में अंबाला के किसानों ने मुख्यमंत्री का जोरदार विरोध किया। इस बीच किसानों (Farmers) और पुलिस के बीच हाथापाई भी हुई।
डीएसपी मदन लाल के मुताबिक, मंगलवार को जब मुख्यमंत्री यहां शगुन पैलेस में एक कार्यक्रम में शामिल होकर जा रहे थे, तब कुछ किसानों ने उनके काफिले को रोकने की कोशिश की। इस मामले में पुलिस ने 13 किसानों (Farmers) के खिलाफ धारा 307 और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और तफ्तीश शुरू कर दी गई है।
ये भी पढ़ें : खट्टर सरकार के लिए मुसीबत बनेंगे ये MLA, किसानों ने समर्थन वापस लेने के लिए कही ये बड़ी बात…
आपको बता दें कि कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसान (farmers) सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी पीछे हटने को तैयार नहीं हो रहे हैं। आंदोलनरत किसानों के द्वारा बुलाए गए किसान दिवस के आंदोलन के दौरान हरियाणा के फतेहाबाद में हजारों की संख्या में किसान इकट्ठा हुए और एक किसान पंचायत बुलाई गई।
इस दौरान किसानों ने कुछ देर के लिए सांकेतिक धरना भी दिया और फतेहाबाद शहर के बीचों-बीच सड़कों को भी जाम किया। इसके बाद बीजेपी के स्थानीय विधायक दूड़ाराम के घर जाकर उनको ज्ञापन सौंपा और उन्हें कहा कि किसानों (farmers) और मजदूरों के वोट हासिल करके वो विधायक बने हैं। ऐसे में जब केंद्र सरकार किसान (farmers) और मजदूरों के खिलाफ कृषि कानूनों को लेकर आ रही है तो तमाम विधायकों को भले ही वो बीजेपी के हो या बीजेपी को समर्थन दे रही जननायक जनता पार्टी के या फिर निर्दलीय विधायक, सभी को हरियाणा सरकार से समर्थन वापस ले लेना चाहिए।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :