पीएम मोदी किसानों के साथ करेंगे संवाद, कृषि कानून को लेकर बताएंगे ये अहम बातें…

कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसान सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी पीछे हटने को तैयार नहीं हो रहे हैं. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के साथ 25 दिसंबर को संवाद करेंगे.

कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसान सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी पीछे हटने को तैयार नहीं हो रहे हैं. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के साथ 25 दिसंबर को संवाद करेंगे. पीएम(prime minister) मोदी इस बार उत्तर प्रदेश के किसानों के साथ ये संवाद पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के मौके पर करेंगे. इसके लिए यूपी में करीब ढाई हजार चौपाल लगाई जाएंगी. जिसके लिए बीजेपी इन किसानों से संपर्क करने के लिए अभियान चलाएगी. पीएम(prime minister) मोदी किसानों के साथ संवाद के दौरान कृषि कानून से जुड़ी खूबियों को बताएंगे और विस्तार से समझाएंगे कि, ये कानून किस तरह से उनके हित में हैं. पीएम(prime minister) मोदी का ये किसानों के साथ संवाद कार्यक्रम बहुत बड़े स्तर पर किया जाएगा. इसके लिए सिर्फ अवध क्षेत्र में 377 जगह पर कार्यक्रम होंगे और पूरे यूपी में ढाई हजार से ज्यादा कार्यक्रम होंगे.

वहीं आपको बता दें कि, 25 दिसंबर को पीएम(prime minister) मोदी किसान सम्मान निधि की सातवीं किस्त भी जारी करेंगे. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी अवध के किसानों से बात करेंगे. इसके लिए उत्तर प्रदेश बीजेपी ने खास तैयारी की है. हर जिले में किसान संवाद का आयोजन किया जाएगा. ताकि कृषि कानूनों पर पीएम मोदी के संदेश को लोगों तक पहुंचाया जा सके.

वहीं कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों का आज 28वां दिन है. किसानों का कहना है कि, देश के किसान अपना आंदोलन तभी वापस लेंगे जब तीनों कृषि कानूनों को सरकार वापस लेगी. वहीं सरकार ने एक बार फिर से किसान संगठनों से बातचीत के लिए प्रस्ताव भेजा है, जिसको लेकर सिंघु बॉर्डर पर 40 किसान संगठनों की बैठक शुरू हो गई है. इस बैठक में तय किया जाएगा कि, आगे की रणनीति क्या होगी और प्रस्ताव पर सरकार को क्या जवाब देना है.

वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने जिस किसान को पोस्टर ब्वॉय की तरह पेश किया था और बताया था कि, ये खुशहाल किसान है. अब उसने भी सिंघु बॉर्डर पर किसानों के साथ प्रदर्शन शुरू कर दिया है. जिसके बाद पंजाब बीजेपी ने अपने फेसबुक पेज से उस पोस्टर को हटा दिया है.

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बता दें कि, जिस हरप्रीत सिंह का पोस्टर जारी करके पंजाब बीजेपी ने खुशहाल किसान बताया था अब उसने भी कृषि कानूनों का विरोध शुरू कर दिया है. हरप्रीत सिंह सिंघु बॉर्डर पर किसानों के बीच पहुंचकर आंदोलन में शामिल हो गए हैं. हरप्रीत सिंह के पोस्टर को लेकर जबरदस्त बवाल मचा हुआ है. वहीं हरप्रीत सिंह के किसान आंदोलन में पहुंचते ही पंजाब बीजेपी ने अपने फेसबुक पेज से हरप्रीत सिंह के खुशहाल पोस्टर को हटा दिया है.

किसान आंदोलन में पहुंचे हरप्रीत सिंह ने बताया कि, जिस फोटो को बीजेपी ने पोस्टर में इस्तेमाल किया है वो कई साल पुरानी तस्वीर है. उनका कहना है कि, खुद उन्हें भी नहीं पता था कि, बीजेपी उनकी तस्वीर लगाकर पोस्टर जारी कर रही है. जबकि वो किसान आंदोलन में तीनों कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. हरप्रीत सिंह ने कहा कि, नए कानून से कोई भी किसान खुश नहीं है.

पंजाब के होशियारपुर जिले के रहने वाले हरप्रीत सिंह ने कहा कि, सरकार भले ही ये कह रही है कि, कानून किसानों के हक में हैं लेकिन किसानों को इसकी हकीकत पता है इसलिए विरोध किया जा रहा है. ये नुकसकान का सौदा है. इसलिए हम तभी पीछे हटेंगे जब सरकार तीनों कानूनों को वापस लेती है.

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