प्रधानमंत्री मोदी के जनसंपर्क कार्यालय को बेचने का विज्ञापन ओएलएक्स पर डालने वाले गिरफ्तार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनसंपर्क कार्यालय को बेचने का विज्ञापन ओएलएक्स पर डाला गया है। विज्ञापन का स्क्रीन शाट वायरल होते ही खलबली मच गई। पुलिस ने विज्ञापन हटवाने के साथ ही तेजी से कार्रवाई की।

प्रधानमंत्री (PM) नरेंद्र मोदी के जनसंपर्क कार्यालय को बेचने का विज्ञापन ओएलएक्स पर डाला गया है। विज्ञापन का स्क्रीन शाट वायरल होते ही खलबली मच गई। पुलिस ने विज्ञापन हटवाने के साथ ही तेजी से कार्रवाई की।

तत्काल रिपोर्ट दर्ज करने के साथ जांच शुरू हुई और चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। खरीद बिक्री के लिए मशहूर वेबसाइट OLX पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी स्थित जनसंपर्क कार्यालय भी बिकने के लिए आया है।

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विज्ञापन में कार्यालय की कीमत साढ़े सात करोड़ रुपये बताई गई है

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री (PM) नरेंद्र मोदी का वाराणसी स्थित जनसंपर्क कार्यालय को ओएलएक्स पर डाला गया था।  विज्ञापन चर्चा का विषय बना हुआ है। विज्ञापन में कार्यालय की कीमत साढ़े सात करोड़ रुपये बताई गई है। विज्ञापन डालने वाले ने प्रोजेक्ट नेम में भी पीएम आफिस वाराणसी लिखा है। यही नहीं डिस्क्रीप्शन में उसने पीएमओ आफिस फॉर सेलिंग लिखा है।

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ओएलएक्स पर मार्च 2020 से सक्रिय लक्ष्मीकांत ओझा नाम के शख्स ने इस विज्ञापन को पोस्ट किया है। इस विज्ञापन में जनसंपर्क कार्यालय की चार तस्वीरें पोस्ट की गई हैं। इनमें से तीन तस्वीरें मौजूदा कार्यालय की हैं जबकि एक पुराने ऑफिस की है।

हालांकि यहां प्रधानमंत्री कार्यालय का ऐड्रेस गलत लिखा गया है

पोस्ट में इस भवन का स्पेस एरिया 6500 स्क्वायर फीट बताया गया है। इसके साथ ही दो फ्लोर के भवन में 4 बेडरूम का दावा किया गया है। हालांकि यहां प्रधानमंत्री कार्यालय का ऐड्रेस गलत लिखा गया है। वर्तमान में प्रधानमंत्री (PM) का ये जनसंपर्क कार्यालय जवाहर नगर एक्सटेंशन में है, जबकि पोस्ट में इसे कृष्ण देव नगर बताया जा रहा है।

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फिलहाल यह पता करने की कोशिश हो रही है कि इस मकान से लक्ष्मीकांत ओझा का कोई संबंध है या नहीं। माना जा रहा है कि मकान के बारे में कुछ जानकारियां गलत डालने और चार में से एक तस्वीर पुराने कार्यालय की होने के कारण ऐसी आशंका है कि विज्ञापन फर्जी है।

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