अच्छी खबर : भारत में बनी कोरोना की दवा, इस अस्पताल को मिली बड़ी कामयाबी

भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. संक्रमित मरीजों की संख्या 26,496 हो गई है जबकि, 824 लोगों की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है. बढ़ते संक्रमण की वजह से सरकार ने कई जगहों पर ढील नहीं दी है. क्योंकि, देश के कई ऐसे राज्य हैं जहां सबसे ज्यादा संक्रमण फैला हुआ है. ऐसे में अगर लॉकडाउन में ढील दी जाती है तो इससे मुसीबत खड़ी हो सकती है. इस बीच एक खुशखबरी पीजीआई चंडीगढ़ (PGI Chandigarh) से सामने आई है. पीजीआई ने दावा करते हुए बताया है कि, कुष्ठ रोग के इलाज में उपयोग होने वाली दवा कोरोना मरीजों के इलाज में काफी लाभकारी है.

PGI चंडीगढ़ को सफलता
पीजीआई अस्पताल का कहना है कि, उन्हें सेफ्टी ट्रायल के सकारात्मक परिणाम हासिल हुए हैं. उन्होंने माइकोवैक्टेरियम डब्ल्यू (MW) वैक्सीन का प्रयोग 3दिनों तक कोरोना के 6 मरीजों पर किया गया. 3 दिन बाद मरीजों की हालत में काफी सुधार भी हुआ. उन्होंने बताया कि, जिन मरीजों को ट्रीटमैंट के वक्स ऑक्सीजन की आवश्यकता थी उन्हीं मरीजों को कुष्ठ रोग में उपयोग की जाने वाली MW वैक्सीन की 0.3 एम.एल दवा का इंजेक्शन दिया गया.

वैक्सीन का इस्तेमाल सुरक्षित और सकारात्मक
अस्पताल ने सफलता हासिल करने के बाद बताया कि, इससे पहले MW वैक्सीन का उपयोग कुष्ठ, तपेदिक और निमोनिया ग्रस्त मरीजों पर किया गया था और उन मरीजों की हालत में भी सुधार देखा गया था. अब जब इसी वैक्सीन को कोरोना के मरीजों पर सेफ्टी ट्रायल किया गया तो उनमें भी दवा के सुरक्षित और सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं.

भारत सरकार ने दी थी मंजूरी
मालूम हो कि, भारत सरकार ने बीते हफ्ते ही पीजीआई चंडीगढ़ को कोरोना वायरस वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल के लिए चुना था. वहीं काउंसिल ऑफ साइंस एंड इंडस्ट्रीयल रिसर्च (CSIR) ने कुष्ठ रोग में लाभकारी वैक्सीन माइकोवैक्टेरियम डब्ल्यू (MW) का क्लीनिक ट्रायल कोरोना मरीजों पर करने की अनुमति दी थी. इसके बाद ही पीजीआई चंडीगढ़ ने 6 मरीजों पर सुरक्षित ट्रायल किया और कामयाबी भी मिली.

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