सुल्तानपुर: किसान विरोधी बिल के खिलाफ सपाईयों का हल्ला बोल

खबर सुल्तानपुर से है जहाँ आज सोमवार को देहव्यापी चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में समाजवादी नेताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया।किसानों के लिए लाए गए बिल को वापस लेने की मांग करते हुए सपा नेताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया।

खबर सुल्तानपुर से है जहाँ आज सोमवार को देहव्यापी चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में समाजवादी नेताओं (SP leaders ) ने जोरदार प्रदर्शन किया।किसानों के लिए लाए गए बिल को वापस लेने की मांग करते हुए सपा नेताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया।

बताते चले की केंद्र सरकार द्वारा लाएं गए किसान बिल के विरोध में आज समाजवादी पार्टी ने प्रदेशव्यापी धरना प्रदर्शन आयोजन किया।पूर्व विधायक अनूप सन्डा वा पूर्व सांसद ताहिर खाँ की अगुवाई में सैकड़ो कार्यकर्ताओ (SP leaders) ने पार्टी कार्यालय से हाथों में तख्तियां लिए हुए सरकार विरोधी नारे लगाते हुए बिल वापस लेने की मांग की।

पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में सपाईयों (SP leaders) ने जोरदार प्रदर्शन किया।सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी कार्यालय से चलकर पूर्व विधायक अनूप सन्डा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने बैठ कर प्रदर्शन करते हुए सरकार पर हमला बोला।

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तो वही पुलिस अधीक्षक शिव हरि मीणा ने जिले में पुलिस-प्रशासन को पुरी तरह मुश्तैद कर रखा था जिसमे कई तहसील के सी ओ और पुलिस प्रशासन को लगा रखा था लेकिन सपाईयो के आगें पुलिस प्रशासन की एक ना चली और किसान विरोधी बिल को मुद्दा बनाकर सपाइयों का हल्ला बोल प्रदर्शन कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर जारी रहा।

हल्ला बोल को नियंत्रित करने के बजाय दूर से तमाशबीन बने रहे एडीएम

पुलिस अधिकारियों व सपाइयों में जमकर नोकझोंक भी हुई गिरफ्तारी के दौरान बस के ऊपर खुद चढ़ गए सपाई और लगाते रहे नारे। सपाइयों को नियंत्रित करने में सीओ विजयमल यादव, क्षेत्राधिकारी नगर सतीशचंद्र शुक्ल को छूटे पसीने। विकास भवन के बाहर भी लगा सपाइयों का जमावड़ा। हल्ला बोल को नियंत्रित करने के बजाय दूर से तमाशबीन बने रहे एडीएम प्रशासन व एसडीएम सदर।

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तो वही सपाईयो ने जमकर हल्ला काटा और कहा कि सरकार किसानों की आय दुगनी करने की बात करती है लेकिन असल मे भाजपा अपने दोस्त अडानी, अम्बानी के हाथों इस नए कानून से किसानों को गिरवी रखने की योजना बना रही है।किसानों को एम एस पी गारंटी न देने के पीछे सरकार की साजिश साफ है।

बताते चले की सपा नेताओं को पुलिस ने किसी भी तरह के प्रदर्शन करने से रोक दिया था लेकिन इसपर सपा के नेताओं,पदाधिकारियों वा कार्यकर्ताओं का कहना था की भाजपा देश प्रदेश में गुंडाराज कायम कर रखा है और आरोप लगाते हुए किसान बिल वापस लेने की मांग की।

सुल्तानपुर से सन्तोष पान्डेय की रिपोर्ट

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