आगरा : किसान संगठनों के जिला मुख्यालय घेरने के ऐलान के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट

आगरा- लिटरेसी कानूनों के विरोध में टोल फ्री कराने के किसान संगठनों के आंदोलन जब धरातल पर फेल नजर आए

आगरा- लिटरेसी कानूनों के विरोध में टोल फ्री कराने के किसान संगठनों के आंदोलन जब धरातल पर फेल नजर आए तब किसानों ने आगरा जिला मुख्यालय घेरने का ऐलान 14 दिसंबर का कर दिया उसके बाद आगरा पुलिस अलर्ट मोड़ पर आ गई जहां किसान संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं को पुलिस ने नजरबंद तो कहीं हिरासत में ले लिया वहीं आगरा पुलिस के हर थाना स्तर पर सुबह से ही फ्लैग मार्च नजारा देखने को मिला।

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वही किसानों कि जिला मुख्यालय घेरने की चेतावनी के बाद समाजवादी पार्टी भी किसानों के साथ शामिल हो गई है पार्टी नेतृत्व के आदेश पर सोमवार को कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन होगा कृषि कानूनों को वापस लेने के संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी देंगे।

समाजवादी पार्टी के इस आंदोलन में शामिल होने के बाद सपा के महानगर अध्यक्ष चौधरी वाजिद निसार का कहना है कि तीनों नई कृषि कानून किसान विरोधी है। भाजपा सरकार अपनी जिद पर अड़ी है सरकार किसान विरोधी काम कर रही है किसानों को हमारा पूरा समर्थन है सभा उनके साथ अन्याय नहीं होने देगी सफाई सड़क पर उतर कर उनके साथ आंदोलन करेंगे सोमवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन होगा।

किसान आंदोलन की चेतावनी के बाद किसान नेता श्यामवीर सिंह चाहर को रात्रि नहीं सदर पुलिस के द्वारा हिरासत में ले लिया गया है वहीं भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता सोमबीर यादव डोकी पुलिस के द्वारा नजरबंद कर दिया गया है।

फिलहाल टोल प्लाजा घेरने की असफलता के बाद किसानों की जिला मुख्यालय घेरने के ऐलान के बाद पुलिस के लिए आंदोलन चुनौतीपूर्ण हो गया है फिलहाल देखना होगा कि 14 दिसंबर को मुख्यालय घेरने के आंदोलन को पुलिस किस हद तक अपनी कंट्रोल में ले पाएगी।

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