किसानों का उग्र प्रदर्शन जारी, बैरियर तोड़ फ्री करवा दिए टोल प्लाजा, हाईवे जाम की कर रहे तैयारी 

कृषि कानूनों के विरोध में पिछले करीब 16 दिनों से दिल्ली की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने 13 दिसंबर को टोल नाकाओं को फ्री करने की घोषणा की थी।

कृषि कानूनों के विरोध में पिछले करीब 16 दिनों से दिल्ली की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने 13 दिसंबर को टोल नाकाओं को फ्री करने की घोषणा की थी। जिसके क्रम में किसान विभिन्न टोल नाकाओं पर पहुंच कर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसका असर हरियाणा और पंजाब में अधिक देखने को मिल रहा है। हरियाणा में किसानों ने तड़के पहर ही करनाल के बसताड़ा और पानीपत टोल प्लाजा पर कब्जा कर लिया। यहां उन्होंने बैरियर तोड़कर सभी वाहनों की आवाजाही फ्री कर दी। इस दौरान पुलिस प्रशासन वहां नहीं दिखा।

 

फ्री कर दिए टोल

इसके अतिरिक्त आंदोलित किसानों ने अंबाला में शंभू टोल प्लाजा को बंद करा दिया। टोल कर्मियों की मानें तो कुछ किसान आए थे और इसकव बंद करने की बात कह रहे थे। जिसके बाद आंदोलन को देखते हुए रात्रि 12 बजे से ही टोल को बंद कर दिया है। यह पुनः कब से शुरू होगा, इसकी अभी हमें कोई जानकारी नहीं है। इसके अतिरिक्त जींद में खटकल और बद्दोवाल टोल फ्री करवा दिए गए। बड़ी संख्या में एकत्रित होकर किसानों ने मुरथल और घरौंडा टोल से भी वाहनों को बिना शुल्क ही निकलने दिया।

सिम को करें पोर्ट

इसी कड़ी में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने सोनीपत में एक बयान जारी करते हुए कहा कि, हमने सिर्फ सिम पोर्ट करने को कहा है। माल और टावर पर धरने लगाने या तोड़फोड़ करने के लिए नहीं कहा है। उन्होंने आगे कहा कि टोल फ्री करवाते समय किसी भी तरह से सड़क जाम नहीं किया जायेगा। माल पर कोई हंगामा नहीं करेगा। अपने संबोधन में उन्होंने आगे कहा कि ऐसा करने से शरारती तत्व आ जाएंगे और किसानों का आंदोलन खराब हो जाएगा।

जिला स्तर पर भी हो सकता है प्रदर्शन

वहीं अन्नदाता भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरमुख सिंह ने कहा कि 13 दिसंबर को लोनी रोड बॉर्डर बंद करने का निर्णय भी लिया गया है। इसको लेकर हरियाणा व उत्तर प्रदेश के किसान संगठनों के बीच बैठक कर वार्ता चल रही है। बैठक में बनी रणनीति के तहत लोनी बॉर्डर रोड की तरफ बाधा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के दौरान किसान दो बड़े औद्योगिक घरानों के उत्पादों का बहिष्कार भी करेंगे। इसके अतिरिक्त 14 दिसंबर को जिला स्तर पर भी प्रदर्शन करने की योजना पर विचार किया जा रहा है।

Related Articles

Back to top button