थकान को दूर और मन को शांत करने के लिए सुबह जरूर करें ये काम
योग के प्रति लोगों का झुकाव पिछले कुछ समय में काफी बढ़ा है। अधिकतर लोग अपनी शारीरिक व मानसिक समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए विभिन्न योगासनों का सहारा लेते हैं।
योग के प्रति लोगों का झुकाव पिछले कुछ समय में काफी बढ़ा है। अधिकतर लोग अपनी शारीरिक व मानसिक समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए विभिन्न योगासनों का सहारा लेते हैं। योगासन की क्रियाएं हमारे पैरासिम्पैथेटिक नवर्स सिस्टम को सक्रिय कर देती हैं। जिससे हमारा शरीर और मन रिलैक्स होने लगता है। योग के दौरान शरीर से टेंशन दूर होने लगती है। जबकि मांसपेशियां रिलैक्स होने लगती हैं। पैरासिम्पैथेटिक नव्र्स सिस्टम के सक्रिय होने से एंड्रोफिंस को रिलीज़ होने में मदद मिलती है। इन्हें हैपी हार्मोन्स भी कहा जाता है। योगासन के अभ्यास और प्राणायाम में सांस लेने और छोडऩे से स्ट्रेस और एंग्ज़ायटी को दूर रखने में काफी हद तक मदद मिलती है।
उत्थित त्रिकोणासन
इस आसन में ट्विस्ट के साथ ही स्ट्रेचिंग को शामिल किया जाता है। उत्थित त्रिकोणासन न सिर्फ रीढ़ की हड्डी को खोलने में बल्कि एंग्ज़ायटी को दूर करने में भी मदद करता है। इसे करने के लिए एकदम सीधे खड़े हो जाएं। पैरों में गैप बनाएं। अब दाएं हाथ को ज़मीन पर रखते हुए बाएं हाथ को एकदम सीधा रखने का प्रयास करें। इस अवस्था में 30 सेकंड तक रुकें। ठीक दूसरे हाथ से भी करने का प्रयास जारी रखें।
धनुरासन
यह आसन न सिर्फ शोल्डर्स बल्कि सीने, और गर्दन की मांसपेशियों को भी एक्सपेंड करने में मदद करता है। यह पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियों और पीठ को मज़बूत बनाता है और शरीर की कोर स्ट्रेंथ को स्ट्रॉन्ग बनाने में मददगार है।
शवासन
शवासन, एंग्ज़ाइटी और डिप्रेशन को दूर करने के लिए किए जाने वाले योगासनों में से सबसे बेहतर है। शवासन न सि$र्फ शरीर बल्कि दिमाग को ज़बरदस्त आराम देता है। कठिन वर्कआउट में आमतौर पर स्ट्रेचिंग, ट्विस्टिंग, कांट्रैक्टिंग और मसल्स की इवर्टिंग शामिल होती है। ऐसे योगासन के बाद शरीर को रीचार्ज करने के लिए आराम बेहद ज़रूरी है।
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