लखनऊ : साइबर सेल की कार्यवाही से वापस आए 1 लाख 81 हजार 798 रुपए

साइबर सेल की मुस्तैदी से एक व्यापारी के एक अकाउंट से जालसाज ओ द्वारा निकाले गए 3 लाख 11 हजार 798 रुपए में से 1 लाख 81 हजार 798 रुपए वापस करा दिए गए।

साइबर सेल की मुस्तैदी से एक व्यापारी के एक अकाउंट से जालसाज ओ द्वारा निकाले गए 3 लाख 11 हजार 798 रुपए में से 1 लाख 81 हजार 798 रुपए वापस करा दिए गए। लखनऊ साइबर सेल द्वारा व्यापारी के अकाउंट से निकाले गए पैसे के मैसेज आने के तुरंत बाद सक्रिय होने की वजह से साइबर सेल को यह सफलता हाथ लगी है।

जानकारी के अनुसार डी 2/600 जानकीपुरम के रहने वाले मोहम्मद याहया जाफरी के अकाउंट से पिछले महीने की 30 तारीख को तीन बार में करके 311798 उनके बैंक अकाउंट से निकाल लिए गए। अकाउंट से पैसे निकाले जाने का मैसेज देख कर मोहम्मद याहया जाफरी के होश उड़ गए। उन्होंने तत्काल साइबर सेल पहुंच कर इसकी जानकारी दी तो साइबर सेल में तैनात उपनिरीक्षक सुरेश गिरी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही शुरू की और उनकी मेहनत रंग लाई महज 9 दिनों के भीतर ही मोहम्मद याहया जाफरी के अकाउंट से फर्जी तरीके से निकाले गए 311798 में से 181798 वापस करा दिए गए। साइबर सेल में तैनात उपनिरीक्षक सुरेश गिरी ने बताया कि यदि किसी के अकाउंट से कोई जालसाज पैसे निकाल ले और तुरंत ही पीडि़त साइबर सेल में कंप्लेंट दर्ज करा दे तो मुमकिन है कि अकाउंट से निकाला गया पैसा वापस कराया जा सकता है । उन्होंने बताया कि मोहम्मद याहया जाफरी का पैसा फ्लिपकार्ट में ट्रांसफर हुआ था जिसकी वजह से उनका 181000 वापस आ गया उन्होंने बताया कि मोहम्मद याहया के अकाउंट से दोपहर करीब 1.30 बजे पैसा निकाला गया और उन्होंने महज डेढ़ घंटे के अंदर ही साइबर सेल में आकर जानकारी दी जिसकी वजह से फ्लिपकार्ट में होल्ड उनका 181000 वापस कराया जा सका। सुरेश गिरी का कहना है कि जालसाजों द्वारा अगर प्राइवेट मर्चेंट में पैसा ट्रांसफर किया जाता है तो उसकी वापसी के 99: चांस होते हैं बशर्ते पीडि़त तुरंत ही शिकायत दर्ज करा दें उन्होंने कहा कि जागरूकता और जानकारी ही बचाओ है उन्होंने बताया कि मोहम्मद याहया द्वारा शिकायत दर्ज कराने के तुरंत बाद ही साइबर सेल की तरफ से फ्लिपकार्ड को ईमेल भेज कर प्रकरण के से अवगत कराया गया था जिसकी वजह से मोहम्मद याहया जाफरी का फ्लिपकार्ट में होल्ड 181798 उनके अकाउंट में वापस कराया जा सका।

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