हनुमान जी की इस एक गलती से हुई थी श्रीराम की मृत्यु, वजह दिमाग हिला देगी

भगवान राम की मृत्यु सरयू में समाधि लेने से हुई थी ये सब लोग जानते हैं. लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि, अगर श्रीराम के सबसे बड़े भक्त हनुमान(Hanuman) जी ने एक गलती न की होती तो श्रीराम को जल समाधि लेने से बचाया जा सकता था.

भगवान राम की मृत्यु सरयू में समाधि लेने से हुई थी ये सब लोग जानते हैं. लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि, अगर श्रीराम के सबसे बड़े भक्त हनुमान(Hanuman) जी ने एक गलती न की होती तो श्रीराम को जल समाधि लेने से बचाया जा सकता था. समाधि लेने के लिए राम ने एक ऐसी परिस्थिति उत्पन्न कर दी जिसे हनुमान भी नहीं समझ पाए. श्रीराम को पहले से पता था कि, काल देवता उनसे मिलने आने वाले हैं, ऐसे में उन्होंने हनुमान(Hanuman) जी को पहले खुद से दूर भेजने का प्लान बनाया और अपनी अंगूठी को निकालकर एक छोटे से दरार में डाल दिया.

हनुमान(Hanuman) जी से भगवान राम ने कहा कि, आप अंगूठी ढूंढ लाइये. भगवान राम आदेश मिलते ही हनुमान जी ने जमीन में बनी उस दरार के अंदर चले गए. लेकिन वो दरार कहीं खत्म होने का नाम नहीं ले रही थी. उधर राम से मिलने के लिए काल देवता पहुंच चुके थे. जिनसे बात करने से पहले राम जी ने लक्ष्मण से कहा कि, आप तबतक किसी को अंदर नहीं आने देंगे जबतक बैठक खत्म नहीं हो जाती है.

ये भी पढ़ें – कंगना के साथ बहस के बाद अब दिलजीत दोसांझ ने किया ऐसा काम कि सोशल मीडिया में वायरल हो गयी फोटो

उधर अंगूठी की तलाश में हनुमान(Hanuman) जी नागलोक पहुंच गए.इधर हनुमान ने नागलोक के राज वासुकि को राम की खोई हुई अंगूठी के बारे में बताया. वासुकि ने हनुमान को अंगूठियों का एक विशाल पहाड़ दिखाते हुए कहा कि वहां राम की अंगूठी मिल जाएगी. हनुमान सोच में पड़ गए कि इस अंगूठियों के पहाड़ से वे राम की अंगूठी कैसे खोजें. उन्होंने आगे बढ़कर एक अंगूठी उठाई और पाया की वह श्रीराम की ही है. उन्होंने जब दूसरी अंगूठी उठाई तो वह भी राम की ही निकलीं. हनुमान ने पाया कि वहां मौजूद सभी अंगूठियां राम की ही हैं. हनुमान को यह समझते हुए देर न लगी कि यह सब भगवान राम की ही रची हुई लीला है.

अब तक हनुमान(Hanuman) जी को समझ आ चुका था कि, ये सब श्रीराम की माया है और जबतक वो वापस अयोध्या पहुंचेंगे तबतक श्रीराम जा चुके होंगे.

Related Articles

Back to top button