#FarmerProtest: किसानों ने सरकार को दी बड़ी चेतावनी, बोले- बैठक में…

कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान सरकार के सामने किसी भी हालत में झुकने को तैयार नहीं हैं. किसानों का कहना है कि, जबतक सरकार तीनों कानून को वापस नहीं लेगी तबतक उनका आंदोलन जारी रहेगा.

कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान(farmers) सरकार के सामने किसी भी हालत में झुकने को तैयार नहीं हैं. किसानों का कहना है कि, जबतक सरकार तीनों कानून को वापस नहीं लेगी तबतक उनका आंदोलन जारी रहेगा. इसके साथ ही किसानों(farmers) ने सरकार को चेतावनी दी है कि, अगर शनिवार को होने वाली बैठक में कोई निष्कर्ष नहीं निकाला गया तो वो लोग यमुना एक्सप्रेस-वे को जाम कर देंगे.

टप्पल में एक कार्यक्रम में पहुंचे भारतीय किसान(farmers) यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत साफ कर दिया है कि, सरकार अगर किसानों की मांग नहीं मानती है तब तक किसान दिल्ली के बॉर्डर पर ही जमे रहेंगे. इसके साथ ही वो लोग यमुना एक्सप्रेस-वे को भी जाम कर देंगे.

वहीं उत्तर प्रदेश के कोने-कोने से आंदोलन में पहुंच रहे किसानों(farmers) को देखते हुए कानून-व्यवस्था को लेकर पुलिस अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है. डीजीपी मुख्यालय से उन जिलों के पुलिस अफसरों को निर्देश जारी किए गए हैं जहां के किसान आंदोलन कर रहे हैं और दिल्ली की तरफ जा रहे हैं. डीजीपी मुख्यालय से जारी निर्देश में नोएडा, गाजियाबाद, मथुरा और मेरठ के अफसरों से कहा गया है कि, पूरी मुस्तैदी के साथ आंदोलन पर नजर रखी जाए. जिससे प्रदर्शन की आड़ में कोई बड़ी घटना न होने पाए. इसके साथ ही पश्चिमी यूपी के कई जिलों में पीएसी भी तैनात कर दी गई है और जोन-रेंज स्तर के अफसरों को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं कि, किसी भी तरह की लापरवाही न होने दी जाए.

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कृषि कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों(farmers) के साथ एक बार फिर से पांचवें दौर की बैठक के लिए सरकार ने हामी भर ली है और शनिवार की शाम को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, और अन्य मंत्री किसानों के साथ बैठक करेंगे. वहीं बैठक से पहले गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पीएम मोदी से मिलने पहुंचे हैं. किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि, अगर तीनों कानूनों को वापस नहीं लिया गया तो वो 8 दिसंबर को भारत बंद किया जाएगा.

वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि, हम सरकार से उम्मीद कर रहे हैं कि, पांचवें दौर की बैठक में उनकी मांगों को मान लिया जाएगा और तीनों कानूनों को वापस लिया जाएगा. इससे पहले 3 दिसंबर को हुई बैठक में कृषि मंत्री ने किसानों को भरोसा दिलाया था कि, उनकी मांगों को लेकर विचार किया जाएगा.

गौरतलब है कि, पिछले 10 दिन से किसान दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं और केंद्र सरकार के तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं. किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि, अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी तो ये आंदोलन रुकने वाला नहीं हैं. इसके साथ ही 8 दिसंबर को भारत बंद किया जाएगा.

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