घर में कीजिए इन चीजों की सजावट, कभी नहीं होगी पैसों की किल्लत, बना रहेगा…

घर को सजाने के लिए हम तरह-तरह के फोटो और पेड़-पौधों के गमले घर के अंदर रखते हैं. घर के अंदर की गई सजावट का मकसद सिर्फ ये होता है कि, हमें उससे सकारात्मक ऊर्जा मिलती रहे और घर का वातावरण भी अच्छा रहे.

घर को सजाने के लिए हम तरह-तरह के फोटो और पेड़-पौधों के गमले घर के अंदर रखते हैं. घर के अंदर की गई सजावट का मकसद सिर्फ ये होता है कि, हमें उससे सकारात्मक ऊर्जा मिलती रहे और घर का वातावरण भी अच्छा रहे. लेकिन कभी-कभी हम इन फोटोज और पेड़-पौधों को लगाने में बड़ी गलती कर देते हैं जिससे फायदे की जगह नुकसान शुरू हो जाता है. घर की बनावट से लेकर सजावट तक में वास्तु शास्त्र का बहुत अहम योगदान माना जाता है. तो आइये हम आपको बताते हैं कि, घर में किन-किन चीजों की सजावट आपको सकारात्मक ऊर्जा देने के साथ ही धन-कारोबार में वृद्धि होगी.

घर में युद्ध के रक्तरंजित दृश्य(scenes), उजाड़ लैंडस्केप, सूखे पेड़ एवं अवसाद फैलाने वाले दृश्य बिल्कुल नहीं लगाने चाहिए. इनसे नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होने के साथ घर में वास्तु दोष होते हैं.

घर की पूर्व दिशा की दीवारों पर सूर्योदय यानी उगते हुए सूरज या सूर्यवंशी प्रभु श्री राम दरबार की तस्वीर लगानी चाहिए. इससे घर की सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है. साथ ही स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है.

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अगर आप रसोई घर में वालपेपर लगाना चाहते हैं तो दक्षिण की दीवार पर लाल या नारंगी फलों और सब्ज़ियों की तस्वीरें लगा सकते हैं. इससे दक्षिण दिशा का वास्तु दोष खत्म होता है.

उत्तर दिशा को कुबेर की दिशा कहा गया है. धन वृद्धि के लिए इस दिशा में धन की देवी महालक्ष्मी और बुद्धि प्रदाता श्री गणेश जी एवं रत्नों या आभूषणों जैसी संपन्नता दर्शाने वाले चित्र लगाने चाहिए.

उत्तर दिशी की दीवार पर झरनों या पानी के स्त्रोत के वॉल पेपर लगाने से भी पैसे में वृद्धि होती है.
पहाड़ों और चट्टानों के लैंडस्केप को दक्षिण और पश्चिम दिशा की दीवारों पर लगाना मनोबल को बढ़ाता है. यदि ऐसी पेंटिंग्स पूर्वी दीवारों पर लगाई जाएं तो सौभाग्य बाधित होता है.

वास्तु के अनुसार परिवार के सदस्यों की प्रसन्न मुद्रा में फैमिली फोटो घर की उत्तर दिशा, पूर्व दिशा और उत्तर-पूर्व दिशा में लगानी चाहिए.

बच्चों के अध्ययन कक्ष में उत्तर या पूर्व दिशा में विद्या की देवी मां सरस्वती का चित्र लगाना चाहिए. इसी दिशा में मुख करके पढ़ने से पढाई में रूचि जागृत होती है. इसके अलावा आप चाहें तो मोर, वीणा, कलम, पुस्तक, हंस या मछली के चित्रों में से कोई भी एक चित्र लगा सकते हैं.

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