नदी में सिक्के डालने के पीछे का रहस्य जानकर चौंक जाएंगे
अक्सर पर बस या ट्रेन से सफर करते वक्त जब नदियों के पास से गुजरते हैं, तो लोगों को सिक्का डालते हुए देखते हैं।
अक्सर पर बस या ट्रेन से सफर करते वक्त जब नदियों के पास से गुजरते हैं, तो लोगों को सिक्का डालते हुए देखते हैं। सालों से चली आ रही इस परंपरा को आज भी लोग निभा रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर हम नदी में सिक्का क्यों डालते हैं। ऐसा करना गुड लक माना जाता है।
ये भी पढ़ें – आजमगढ़ में पूर्व प्रधान को गोलियों से भूना, चुनावी पुरानी रंजिश को लेकर घटना की आशंका, मौके पर पहुंची फोर्स
इसको लेकर आपके मन में कई तरह की भ्रांतियां बनाई गई हैं।इस रिवाज के पीछे एक वजह छिपी हुई है। दरअसल जिस समय नदी में सिक्का डालने की ये प्रथा शुरू हुई थी एस समय तांबे के सिक्के चला करते थे।
चूंकि तांबा पानी का प्यूरीफिकेशन करने में काम आता है इसलिए लोग जब भी नदी या किसी तालाब के आसपास से गुजरते थे तो उसमें तांबे का सिक्का डाल दिया करते थे। आज तांबे के सिक्के प्रचलन में नहीं हैं लेकिन फिर भी तब से चली आ रही इस प्रथा को लोग आज भी फॉलो कर रहे हैं।
ज्योतिष में भी कहा गया है कि लोगों को अगर किसी तरह का दोष दूर करना हो तो उसके लिए वो जल में सिक्के और कुछ पूजा की सामग्री को प्रवाहित करे। इसके साथ ही ज्योतिष में ये भी कहा गया है कि अगर बहते पानी में चांदी का सिक्का डाला जाए तो उससे अशुभ चुद्र का दोष खत्म होता है। यही नहीं पानी में सिक्का डालने की प्रथा को एक प्रकार का दान भी कहा गया है।
-
हमें फेसबुक पेज को अभी लाइक और फॉलों करें @theupkhabardigitalmedia
-
ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @theupkhabar पर क्लिक करें।
-
हमारे यूट्यूब चैनल को अभी सब्सक्राइब करें https://www.youtube.com/c/THEUPKHABAR
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :