ब्रज के युवा उद्योगपति ने यमुना को निर्मल बनाने के लिए शुरु किया ‘भागीरथी प्रयास’

मथुरा में यमुना को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने के लिए यमुना पुत्र कहलाने वाले ब्रज के चतुर्वेदी समाज की पुरातन संस्था श्री माथुर चतुर्वेद परिषद ( रजि. ) पुण्य तीर्थ विश्राम घाट मथुरा और पंच पन्डा समिति यमुनोत्री धाम के सहयोग से युवा उद्योगपति एवं समाजसेवी रंजीत महेश पाठक (चतुर्वेदी) के द्वारा भाई दूज के पावन अवसर पर विश्राम घाट मथुरा पर स्वच्छ यमुना मिशन के संकल्प के साथ माथुर चतुर्वेद परिषद के संरक्षक नवीन नागर के साथ ब्रज रज के कलश की स्थापना कर मां यमुनोत्री की पावन यात्रा का श्रीगणेश किया।

मथुरा में यमुना (Yamuna) को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने के लिए यमुना पुत्र कहलाने वाले ब्रज के चतुर्वेदी समाज की पुरातन संस्था श्री माथुर चतुर्वेद परिषद ( रजि. ) पुण्य तीर्थ विश्राम घाट मथुरा और पंच पन्डा समिति यमुनोत्री धाम के सहयोग से युवा उद्योगपति एवं समाजसेवी रंजीत महेश पाठक (चतुर्वेदी) के द्वारा भाई दूज के पावन अवसर पर विश्राम घाट मथुरा पर स्वच्छ यमुना मिशन के संकल्प के साथ माथुर चतुर्वेद परिषद के संरक्षक नवीन नागर के साथ ब्रज रज के कलश की स्थापना कर मां यमुनोत्री की पावन यात्रा का श्रीगणेश किया।

कलश की पूजा अर्चना

मथुरा से यमुनोत्री की यात्रा के दौरान 15-11-2020 को ब्रज रज के कलश की हवन पूजा मां भद्रकाली संस्थान गांव सिया कैम्पटी उत्तराखंड में आश्रम के संस्थापक स्वामी लवदास जी महाराज, स्वामी शंकर जी महाराज, आचार्य कपिल सेमवाल, सेवायत विजेंद्र पंवार और राजेंद्र पंवार के सानिध्य में सम्पन्न हुई। तदुपरांत यमुनोत्री धाम पहुँच कर मथुरा के युवा उद्योगपति रंजीत महेश पाठक ‘चतुर्वेदी’ ने कलश की पूजा अर्चना की।

इसके बाद मथुरा की ब्रज रज को मां यमुना के उद्गम स्थल में अर्पण किया और उसी पवित्र कलश में यमुनोत्री धाम से पवित्र यमुना (Yamuna) जल भरकर मां यमुना जी और शनि महाराज जी की डोली के साथ खरसाली खुशी मठ शीत कालीन मन्दिर के लिए प्रस्थान कर मंदिर के गर्भ गृह में कलश स्थापना के उपरांत स्थानीय पुरोहितों को पवित्र कलश की पूजा और सेवा का परम दायित्व सौंपते हुए संकल्प लिया। उन्होंने यह संकल्प लिया कि मार्च 2021 मे कलश को लेकर यमुना जी के खरसाली ख़ुशी मठ शीत कालीन मंदिर से पद यात्रा आरम्भ करने के बाद 18-4-2021 यमुना छठ के पावन पर्व पर माँ यमुना के निर्मल स्वरूप को पुण्य तीर्थ विश्राम घाट मथुरा आकर मां यमुना में अर्पण कर स्वच्छ यमुना मिशन की शुरुआत करेंगे।

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ब्रज की धरोहरों और संस्कृति को बचाने के लिए मुहिम

मथुरा में जन्म लेने के बाद अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई और उच्च शिक्षा इंग्लैंड से शिक्षा प्राप्त कीष इसके बाद युवा कारोबारी ने ब्रज की धरोहरों और संस्कृति को बचाने के लिए मुहिम छेड़ दी है, मथुरा में यमुना प्रदूषण और दुर्दशा से व्यथित रंजीत महेश पाठक ने कहा कि यमुनोत्री धाम की भांति मथुरा में स्वछ निर्मल जल हेतु समस्त संस्थाओं और सरकारों को जमीनी स्तर पर बहुमुखी प्रयास करने होंगे, जिससे ब्रज में यमुना जी का वास्तविक स्वरूप लौटेगा और यहां के स्थानीय पंडा, पुरोहितों की आमदनी में भी काफी बढ़ोत्तरी होगी।

कलश पद यात्रा के माध्यम से यमुनोत्री धाम और विश्रम घाट मथुरा को एकजुट किया जाएगा। कलश स्थापना में वेद प्रकाश उनियाल अध्यक्ष पंच पण्डा समिति यमुनोत्री धाम, विकास उनियाल सचिव पंच पंण्डा समिति, जगमोहन उनियाल उपाध्यक्ष मंदिर समिति, भागेश्वर उनियाल प्रवक्ता मंदिर समिति, चंद्रमणि उनियाल, आशीष उनियाल, प्रकाश उनियाल, उपकार उनियाल, दिलीप उनियाल, मंमलेश उनियाल, भुवनेश्वर उनियाल, गौरव उनियाल, आचार्य कपिल सेमवाल व्यवस्थापक मां भद्रकाली संस्थान सिया गांव कैम्पटी मसूरी, संजय चतुर्वेदी उपाध्यक्ष माथुर चतुर्वेद परिषद मथुरा, आयुष चतुर्वेदी, सचिन चतुर्वेदी, विनोद चतुर्वेदी, रोहित चतुर्वेदी विश्राम घाट मथुरा एवं अन्य सभी भाइयों का सहयोग रहा।

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