अहमद पटेल की आखिरी इच्छा, जो आपको भी कर देगी भावुक

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गुजरात से राज्यसभा सांसदअहमद पटेल का बुधवार को निधन हो गया है। 71 की उम्र में उनकी निधन की जानकारी उनके पुत्र फैसल पटेल ने ट्वीट कर दी।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गुजरात से राज्यसभा सांसदअहमद पटेल का बुधवार को निधन हो गया है। 71 की उम्र में उनकी निधन की जानकारी उनके पुत्र फैसल पटेल ने ट्वीट कर दी। अहमद 1 अक्टूबर को कोरोना संक्रमित हुए थे, जिसके बाद वह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे।

ट्वीट में उनके बेटे फैसल पटेल ने लिखा, ‘बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि 25 नवंबर को सुबह 3.30 बजे मेरे पिता अहमद पटेल का निधन हो गया। करीब महीने भर पहले वह कोरोना से संक्रमित पाए गए थे।

इसके बाद से उनकी हालत बिगड़ती गई और शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया। मैं सभी शुभचिंतकों से प्रार्थना करता हूं कि वे कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करें और भीड़ न करें व सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें।

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जानकारी के मुताबिक, भरूच जिले के पिरामण गांव के रहने वाले अहमद पटेल की इच्छा थी कि गांव में माता-पिता की कब्र के पास ही उन्हें दफनाया जाए, इसलिए उनकी इच्छा के मुताबिक, माता-पिता की कब्र के बगल में ही कब्र खोदी जा रही है।

गांव के मौलवी मौलाना रहमान के मुताबिक, दिल्ली से आज सुबह 4 बजे फोन से जानकारी मिली कि अहमद पटेल का इंतकाल हो गया। उनके निधन की खबर सुनकर पूरे गांव में मातम छा गया।

अहमद भरूच के दिग्गज और बेहद शांत स्वभाव के लोकप्रिय नेता थे, जो लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते थे। अहमद पटेल का पिरामण गांव से बहुत लगाव था। वे हर मौके पर गांव आया करते थे।

गौरतलब है कि अहमद पटेल को तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पटेल अक्टूबर के पहले सप्ताह में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे।

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