लॉकडाउन से परेशान मां-बाप के लिए बड़ी खुशखबरी, अब बच्चे पैदा होने पर सरकार देगी पैसा

कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में अपना कहर मचा रखा है। विश्व के कई देश इस संकट से जूझ रहे हैं। इससे लोगों का जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।

कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में अपना कहर मचा रखा है। विश्व के कई देश इस संकट से जूझ रहे हैं। इससे लोगों का जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। कोविड पर रोकथाम के लिए कई देशों ने लॉकडाउन का सहारा लिया, जिससे उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा। ऐसे में कई दंपत्तियों ने माता-पिता बनने की प्लानिंग को टाल दिया है। इसी बीच एक देश की सरकार ने बड़ा फैसला लिया। इस फैसले के तहत सरकार अपने नागरिकों को बच्चा पैदा करने के लिए प्रोत्साहन राशि यानी बोनस देगी, ताकि उन्हें किसी प्रकार से आर्थिक चुनौती का सामना न करना पड़े।

सरकार का बड़ा फैसला

दरअसल, देश में ऐसे इच्छुक दंपत्तियों को सिंगापुर की सरकार एकमुश्त बोनस देगी, जिन्होंने कोरोना महामारी और आर्थिक मंदी के चलते बच्चा पैदा करने की प्लानिंग कैंसिल कर दी थी। सरकार की ओर से दी जाने वाली इस प्रोत्साहन राशि से देश के नागरिकों पर आर्थिक मंदी का बोझ नहीं झेलना पड़ेगा।

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लोगों को प्रसव के लिए प्रोत्साहित करेगी सरकार

सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री हेंग स्वी कीट ने कहा कि इस महामारी के वजह से जिस प्रकार की स्थितियां बनी हुई हैं, उसे देखते हुए माता-पिता बनने में लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में लोगों को प्रसव के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

महत्वाकांक्षी माता-पिता को सरकार देगी प्रोत्साहन राशि

बता दें कि विश्व के अन्य देशों की तरह सिंगापुर की अर्थव्यवस्था पर भी इस महामारी की वजह से झटका लगा है। देश के उप प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार को ये सूचना मिली है कि आर्थिक संकट की वजह से कई महत्वाकांक्षी माता-पिता अपनी फैमिली प्लानिंग कैंसिल कर रहे हैं। ऐसे में देश की सरकार ने उनकी मदद करने के लिए प्रोत्साहन राशि देने का फैसला लिया है। हालांकि, अभी तक प्रोत्साहन राशि तय नहीं की गई है।

कोरोना महामारी का जन्म दर पर गहरा असर

सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री हेंग स्वी कीट के मुताबिक, दुनिया में हमारे देश का जन्म दर सबसे कम है, इसे बढ़ाने के लिए सरकार की लगातार कोशिशें जारी हैं। वहीं कोरोना वायरस से भी इसपर काफी गहरा असर पड़ा है।

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