दुःखद : दिग्गज अभिनेता का हुआ निधन, 85 साल की उम्र में ली आखिरी साँस

पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे वयोवृद्ध बंगाली अभिनेता सौमित्र चटर्जी (Soumitra Chatterjee) अब इस दुनिया में नहीं रहें. उनके निधन की खबर से हर कोई ग़मगीन हैं. दरअसल सौमित्र चटर्जी की तबीयत कई दिनों से खराब चल रही थी. लेकिन पिछले 48 घंटों में उनकी सेहत और भी खराब हो गई थी. जिसके बाद उनका देहांत हो गया. दरअसल 5 अक्टूबर को अभिनेता का कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया था. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया था. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया था.

इसके बाद उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया. अस्पताल में रहने के दौरान उनकी न्यूरोलॉजिकल हालत सबसे ज्यादा खराब हुई है. पिछले 48 घंटे में उनकी तबीयत और खराब हो गई. अस्पताल ने एक दिन पहले बुलेटिन जारी किया था जिसमें बताया गया,”हमने सीटी स्कैन किया ताकि पता चल सके कि कहीं कोई समस्या तो नहीं है. हमने एक ईईजी किया था, लेकिन उनके मस्तिष्क के भीतर बहुत कम गतिविधि हो रही है. उनकी हृदय गति अधिक हो गई थी लेकिन नियंत्रित हो गई. उनकी ऑक्सीजन की आवश्यकता बढ़ गई है और उनके गुर्दे भी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं. वह अब वैकल्पिक डायलिसिस पर है.”

इलाज को रिस्पॉन्ड नहीं कर रहे थे सौमित्र

न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी, क्रिटिकल केयर मेडिसिन के विशेषज्ञों की एक बड़ी टीम पिछले 40 दिनों में सौमित्र चटर्जी के स्वास्थ्य को फिर पटरी पर लाने का प्रयास कर रही थी. लेकिन कोई भी कोशिश सफल नहीं हो पा रही थी.

कौन थे सौमित्र चटर्जी?

सौमित्र चटर्जी बांग्ला सिनेमा की बड़ी शख्सियत थे. उन्होंने 1959 में फिल्म ‘अपुर संसार’ से अपने करियर की शुरुआत की थी. सौमित्र ने ऑस्कर विनिंग डायरेक्टर सत्यजीत रे के साथ 14 फिल्मों में काम किया था. सौमित्र पहले भारतीय थे जिन्हें किसी कलाकार को दिए जाने वाला फ्रांस का सबसे बड़ा अवॉर्ड  Ordre des Arts et des Lettres दिया गया था. वे दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित थे. उन्हें 3 बार नेशनल अवॉर्ड मिला था. इसके अलावा वे संगीत नाटक एकेडमी अवॉर्ड, 7 फिल्मफेयर अवॉर्ड के साथ पद्म भूषण से सम्मनित किए गए थे.

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