खाने में जहर मिलाने के आरोप में युवक को मिली थी गर्म तेल में डालने की खौफनाक सजा…

अमेरिका में बीते दिनों एक महिला को हत्या और अपहरण के मामले में मौत की सजा दी गई है।  इस महिला को मौत का इंजेक्शन लगाया जाएगा।  जज के इस फैसले के बाद एक बार फिर मौत की सजा को लेकर बहस छिड़ गई है।

अमेरिका में बीते दिनों एक महिला को हत्या और अपहरण के मामले में मौत की सजा दी गई है।  इस महिला को मौत का इंजेक्शन लगाया जाएगा।  जज के इस फैसले के बाद एक बार फिर मौत की सजा को लेकर बहस छिड़ गई है।  अमेरिकी में 70 साल बाद किसी भी व्यक्ति को मौत की सजा दी जाएगी।  हालांकि, दुनिया में कई देश ऐसे हैं जहां इन सालों में लोगों को मौत की सजा दी गई है।  इतना ही नहीं कई देश ऐसे में जहां मौत के लिए काफी क्रूर सजा दी जाती थी और ऐसे देशों में क्रूर सजा देने का लंबा इतिहास रहा है। 

अमेरिका में बीते दिनों एक महिला को हत्या और अपहरण के मामले में मौत की सजा दी गई है।  इस महिला को मौत का इंजेक्शन लगाया जाएगा।  जज के इस फैसले के बाद एक बार फिर मौत की सजा को लेकर बहस छिड़ गई है। अमेरिकी में 70 साल बाद किसी भी व्यक्ति को मौत की सजा दी जाएगी।  हालांकि, दुनिया में कई देश ऐसे हैं जहां इन सालों में लोगों को मौत की सजा दी गई है।  इतना ही नहीं कई देश ऐसे में जहां मौत के लिए काफी क्रूर सजा दी जाती थी और ऐसे देशों में क्रूर सजा देने का लंबा इतिहास रहा है।

एशिया में जापान से लेकर यूरोप में इंग्लैंड तक अपराधी को खौलते तेल या खौलते पानी में डालकर मौत की सजा देने का प्रवाधान मिलता है।  दस्तावेजों को उठाकर देखें तो पता चलता है कि तेल या पानी नहीं बल्कि पिघला हुआ सीसा, मोम, लंबा, या शराब में भी लोगों को डाला जाता था और उन्हें तब तक उसके अंदर रखते थे।

जब तक वो मर नहीं जाता था. कहा जाता है कि रोमन सम्राट नीरो के शासनकाल के दौरान हजारों ईसाइयों को तेल में उबाला गया था।  इतिहास कि कई किताबों में इस बात का जिक्र है कि 12 वीं शताब्दी के अंत से लेकर 16 वीं शताब्दी के मध्य तक के इंग्लैंड में भी इस तरह से लोगों को मौत की सजा दी जाती थी।

ये भी पढ़े – लखनऊ : योगी सरकार ने 12 जिलों में पटाखों के लाइसेंस किए स्थगित

इंग्लैंड में खौलते तेल में डालकर मारने की सजा का एक मामला काफी प्रसिद्ध है।  इंग्लैंड के 8वें हेनरी ने 1531 में खाने में जहर डालकर मारने पर मौत की सजा देने के कानून को मंजूरी दी थी।  इस कानून के तहत सहसे पहली मौत साल 1531 में रोचेस्टर के बिशप के खाने में जहर मिलाने के आरोप में कुक रिचर्ड रोजे को दी गई थी।  इसके बाद साल 1542 में मार्गरेट डेवी नाम की नौकरानी को मालकिन के खाने में जहर मिलाने के कारण सजा के तौर पर खौलते पानी में उबाला गया था।  सिर्फ इंग्लैंड ही नहीं स्काटलैंड में भी इस तरह से मौत की सजा का प्रावधान है।

13वीं से 16वीं शताब्दी तक फ्रांस और जर्मनी में भी खौलते तेल में डालकर मौत की सजा देने के मामले इतिहास में दर्ज है. इतना ही नहीं जापान में 16वीं शताब्दी में एक व्यक्ति और उसके पूरे परिवार को रस्सी से बांधकर खौलते तेल में डाल दिया गया था.

एशिया में जापान से लेकर यूरोप में इंग्लैंड तक अपराधी को खौलते तेल या खौलते पानी में डालकर मौत की सजा देने का प्रवाधान मिलता है।  दस्तावेजों को उठाकर देखें तो पता चलता है कि तेल या पानी नहीं बल्कि पिघला हुआ सीसा, मोम, लंबा, या शराब में भी लोगों को डाला जाता था और उन्हें तब तक उसके अंदर रखते थे, जब तक वो मर नहीं जाता था।

कहा जाता है कि रोमन सम्राट नीरो के शासनकाल के दौरान हजारों ईसाइयों को तेल में उबाला गया था।  इतिहास कि कई किताबों में इस बात का जिक्र है कि 12 वीं शताब्दी के अंत से लेकर 16 वीं शताब्दी के मध्य तक के इंग्लैंड में भी इस तरह से लोगों को मौत की सजा दी जाती थी।

खाने में जहर मिलाने के आरोप में कुक रिचर्ड रोजे को दी गई थी

इंग्लैंड में खौलते तेल में डालकर मारने की सजा का एक मामला काफी प्रसिद्ध है।  इंग्लैंड के 8वें हेनरी ने 1531 में खाने में जहर डालकर मारने पर मौत की सजा देने के कानून को मंजूरी दी थी।  इस कानून के तहत सहसे पहली मौत साल 1531 में रोचेस्टर के बिशप के खाने में जहर मिलाने के आरोप में कुक रिचर्ड रोजे को दी गई थी।  इसके बाद साल 1542 में मार्गरेट डेवी नाम की नौकरानी को मालकिन के खाने में जहर मिलाने के कारण सजा के तौर पर खौलते पानी में उबाला गया था।  सिर्फ इंग्लैंड ही नहीं स्काटलैंड में भी इस तरह से मौत की सजा का प्रावधान है।

13वीं से 16वीं शताब्दी तक फ्रांस और जर्मनी में भी खौलते तेल में डालकर मौत की सजा देने के मामले इतिहास में दर्ज है।  इतना ही नहीं जापान में 16वीं शताब्दी में एक व्यक्ति और उसके पूरे परिवार को रस्सी से बांधकर खौलते तेल में डाल दिया गया था।

  • हमें फेसबुक पेज को अभी लाइक और फॉलों करें @theupkhabardigitalmedia 

  • ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @theupkhabar पर क्लिक करें।

  • हमारे यूट्यूब चैनल को अभी सब्सक्राइब करें https://www.youtube.com/c/THEUPKHABAR

Related Articles

Back to top button