न्याय की मूर्ति न्यायधीश बने ग़रीबों और बेसहारों का सहारा

आज पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है। ऐसा ही कुछ हाल उत्तर प्रदेश का भी है जहां पूरी तरह से लॉक डाउन चल रहा है। ऐसे हालातो में गरीब तबके के लोगों जो रोज कमाते और खाते हैं उनके लिए खाने की एक बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है। मगर ऐसे हालात न हो इसके लिए कई लोग अपने निजी खर्चे से भूखे लोगों को भोजन कराने का पुण्य कार्य कर रहें हैं। इसी क्रम में अब न्याय की मूर्ति कहे जाने वाले न्यायधीशों ने गरीबों और जरूरतमंदों का पेट भरने का बीड़ा उठाया है।

बुंदेलखंड के उरई जिले में एडीजे अनिल यादव ने भूखो का पेट भरने का बीड़ा उठाया है। न्यायधीश जब तक लॉक डाउन खत्म नहीं हो जाता तब वो ऐसे ही भूखे लोगों को भोजन कराते रहेंगे।प्राप्त जानकारी के अनुसार रोजाना डेढ़ सौ लोगों का खाना बनाया जाएगा और उन्हें वितरित किया जाएगा। ये भोजन बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और झुग्गी झोपड़ियों में वितरित किया जायेगा। ऐसे संकट की घड़ी में न्यायधीशों के द्वारा किया जा रहा ये पुण्य का कार्य सदा सदा के लिए विस्मर्णीय रहेगा। 

आज जिला जज अशोक कुमार सिंह के नेतृत्व में न्यायिक अधिकारी अपर जिला अध्यक्ष अमित पाल सिंह, अनिल कुमार यादव, गुलाम मुस्तफा, प्रशांत कुमार और प्रभारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विवेक कुमार सिंह आदि ने नगर के स्टेशन रोड, रेलवे स्टेशन, राठ रोड, कोंच रोड और रोडवेज बस स्टैंड पर भोजन के पैकेट गरीबों और राहगीरों को वितरित किए.

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