सीमा विवाद के बीच पहली बार आमने-सामने होंगे मोदी-जिनपिंग, प्रतिक्रिया पर टिकी दुनिया की निगाहें 

भारत और चीन के बीच पिछले काफी समय से चल रहे सीमा विवाद के बीच दोनों देशों के मुखिया पहली बार आमने सामने होने जा रहे है।

भारत और चीन के बीच पिछले काफी समय से चल रहे सीमा विवाद के बीच दोनों देशों के मुखिया पहली बार आमने सामने होने जा रहे है। ये वो समय होगा जब दुनिया की निगाहें इन दोनों बड़े नेताओं की एक-दूसरे के साथ प्रतिक्रिया पर टिकी होंगी। हालांकि आज मुलाकात प्रत्यक्ष रूप से नहीं है। इनकी यह मुलाकात एक वर्चुअल सम्मेलन में होनी है। बता दें पिछले काफी समय से भारत और चीन बीच सीमा को लेकर तनाव बना हुआ है। कई बार दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़प भी हो चुकी है।

 

वर्चुअल सम्मेलन में होंगे आमने सामने 

मीडिया खबरों के मुताबिक, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने छह सम्मेलनों में हिस्सा लेने वाले हैं।
बता दें मंगलवार को होने वाले शंघाई को-आपरेशन ऑर्गेनाइजेसन के वर्चुअल सम्मेलन में पीएम मोदी एवं शी जिनपिंग वर्चुअल सम्मेलन में आमने सामने होंगे। इसके अलावा वियतनाम द्वारा आयोजित ईस्ट एशिया और आसियान सम्मेलन में भी पीएम मोदी भागीदारी करेंगे।

पीएम मोदी इन कार्यक्रमों में भी करेंगे शिरकत 

इन सबके अतिरिक्त इसी महीने 17 नवंबर ब्रिक्स सम्मेलन होना है। जिसकी अध्यक्षता रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन करेंगे। इसके बाद 21-22 नवंबर को सऊदी अरब द्वारा आयोजित जी-10 देशों का सम्मेलन होना है। इन कार्यक्रमों में भी प्रधानमंत्री मोदी हिस्सा लेंगे। माह के आखिरी में 30 नवंबर को पीएम मोदी की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की जानी है। जिसमें शंघाई को-ऑपेरशन ऑर्गेनाइजेशन (एससीओ) के सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा लेंगे।

टिकी हैं दुनिया की निगाहें 

गौरतलब है कि गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीनी सेना में झड़प के बाद से दोनों देशों में सीमा तनाव बना हुआ है। यह तनाव गलवान से लेकर लद्दाख तक है। जिसके बाद दोनों देशों में कई बार वार्ता हुई, लेकिन उसका कोई हल निकलते नहीं दिख रहा है। भारत की बढ़ती सैन्य ताकत और लोकप्रियता से दुनिया भर की निगाहें इस पर टिकी हुई हैं।

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