#BiharElectionResults : आज खुलेगा दिग्गजों की किस्मत का पिटारा, अबकी बार “तेजस्वी” सरकार या “नितीश” दुबारा!!!

तीन चरणों में संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव के लिए आज मतों की गिनती होने वाली है। रिजल्ट को लेकर लोगों में काफी उत्सुक्ता है। क्या बिहार की जनता नीतीश कुमार को ही फिर से मौका देगी या फिर तेजस्वी यादव को गद्दी तक पहुंचाएगी? ये सवाल फिलहाल बिहार की आवोहवा में गूंज रही है। आपको बता दें कि सुबह आठ बजे से मतों की गिनती शुरू होने वाली है। दोपहर जाते-जाते तस्वीर साफ होने की संभावना है।

 

एग्जिट पोल की बात करें तो अधिकांश में मामला फंसा हुआ दिखाया गया है। सिर्फ दो में ही तस्वीर साफ दिखाई गई है और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनती दिख रही है। एग्जिट पोल के अनुमान ने इस चुनाव के और दिलचस्प बना दिया है।

सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू होगी। इसके लिए 38 जिलों के 55 काउंटिंग सेंटरों पर 414 काउंटिंग हॉल बनाए गए हैं। कोरोना के चलते चुनाव आयोग ने पोलिंग बूथ और काउंटिंग सेंटरों की संख्या बढ़ाई है। इसके चलते रुझान और नतीजे आने में हर बार की तुलना में ज्यादा समय लग सकता है।

पहला रुझान सुबह पौने नौ बजे तक आने की संभावना है। वहीं, पहला रिजल्ट शाम 5 बजे तक आ सकता है। नतीजों से तय होगा कि बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार सत्ता में लौटेंगे या महज 31 साल की उम्र में मुख्यमंत्री बनकर तेजस्वी रिकॉर्ड बनाएंगे।

तीन फेज में हुए चुनाव में 7.34 करोड़ वोटरों में से 57.05% ने वोटिंग की। 2015 में 56.66% वोटिंग हुई थी। इस बार 3,733 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 3,362 पुरुष, 370 महिला और 1 ट्रांसजेंडर है।

खूब चला रैलियों का दौर

रैलियों से लेकर सभाओं तक और भाषणों से लेकर बयानबाजियों तक जो भी मेहनत की गई है आज उसका निष्कर्ष सबके सामने आ जाएगा. अब से कुछ ही देर में EVM में कैद वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी. रैलियों का दौर भी खूब चला. नीतीश कुमार ने लगभग हर विधानसभा में खुद ही प्रत्याशियों के लिए वोट मांगा तो तेजस्वी यादव ने दो सौ से ज्यादा रैलियां करके एक अलग ही रिकॉर्ड बना दिया.

जमकर हुईं निजी टिप्पणियां

वैसे तो इन चुनावों में NDA और महागठबंधन के बीच शुरुआत इस बात को लेकर हुई कि आखिर किसकी सरकार बेहतर थी या फिर किसका राज सही था. मगर इस मुद्दे से भटककर बातें निजी टिप्पणियों तक भी पहुंच गईं. यही नहीं निजी टिप्पणियों के साथ साथ कुछ चौंकाने वाली तस्वीरें भी चुनावी रैलियों में देखने को मिलीं. कभी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर चप्पल फेंकी गई तो कभी सीएम नीतीश कुमार की रैली में लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) की जय जयकार होने लगी. दो बार तो कांग्रेस नेताओं का मंच ही गिर पड़ा.

ये रहे बड़े वादे
ऐसी तस्वीरों को देखकर ये समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर इन चुनावों में किसका पलड़ा भारी है. चुनावी वादों का भी ऐसा दौर आया जिसने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर वो वोट दें तो किसे. क्योंकि तेजस्वी यादव ने चुनाव जीतते ही दस लाख नौकरियां देने का वादा किया तो नीतीश कुमार ने नई सरकार के साथ निश्चय पार्ट टू को पूरा करने का वादा किया. बीजेपी ने तो 19 लाख नौकरियों के साथ-साथ हर बिहारवासी को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) मुफ्त देने का वादा तक कर दिया.

जेल में हैं, लेकिन जीत का भरोसा 

मोकामा विधायक अनंत सिंह को बिहार का सबसे चर्चित बाहुबली माना जाता है. सिंह कुछ साल पहले तक जेडीयू में थे और उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का खास समझा जाता था, लेकिन 2015 में नीतीश कुमार से अनबन होने के बाद उनका जेडीयू से रिश्ता टूट गया. फिर सिंह निर्दलीय विधायक बने और इस बार आरजेडी का दामन थाम लिया. अनंत सिंह को अपनी जीत पर इतना भरोसा है कि नतीजों से पहले ही उनके आवास पर जश्न की तैयारी शुरू हो गई है. हालांकि, अनंत सिंह फिलहाल जेल में हैं, लेकिन उन्हें पूरा यकीन है कि एग्जिट पोल सही साबित होंगे.

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