महबूबा का एक और विवादित बयान, बोलीं- कश्मीरी युवा इसलिए उठा रहे हैं बदूंक

पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने आतंकवाद की राह पर चल रहे कश्मीरी युवाओं को सही ठहराते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर नौकरियां न देने का आरोप लगाया है.

पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने आतंकवाद की राह पर चल रहे कश्मीरी युवाओं को सही ठहराते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर नौकरियां न देने का आरोप लगाया है. महबूबा मुफ्ती ने विवादित बयान देकर सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी है. उन्होंने कहा कि, जब प्रदेश में युवाओं को नौकरियां नहीं मिलेंगी तो वह मजबूर होकर बंदूक उठाएंगे. जम्मू-कश्मीर में स्थानीय युवाओं के लिए नौकरियों और भूमि के अधिकार छीन लिए गए हैं। ये बात जम्मू के लोगों को भी समझ आ गई है.

आतंकवाद की राह पर चल रहे कश्मीरी युवाओं को बेरोजगारी के साथ जोड़ा

जम्मू पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान महबूबा ने यह बयान देकर आतंकवाद की राह पर चल रहे कश्मीरी युवाओं को बेरोजगारी के साथ जोड़ दिया. उनके इस बयान का यह स्पष्ट मतलब था कि कश्मीर में जो कश्मीरी युवा आतंकवादी बने हैं, वे बेरोजगारी से परेशान थे. यही नहीं उन्होंने इसके माध्यम से केंद्र को यह चेतावनी भी दे डाली कि यदि जम्मू-कश्मीर के युवाओं का हक दूसरे राज्यों के युवाओं को दिया गया तो यह सिलसिला आगे बढ़ेगा.

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वहीं महबूबा मुफ्ती ने अनुच्छेद-370 और 35-ए की बहाली के लिए संघर्ष जारी रखने की बात को दोहराते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की डायरी से पन्ना लेकर हमें पाकिस्तान के साथ संबंध सुधारने चाहिए. कारगिल और संसद पर हमले के बावजूद वाजपेयी ने पाकिस्तान के साथ दोस्ती का हाथ आगे बढ़ाया था.

पाकिस्तान के साथ रिश्ते सुधारने पर जोर

पाकिस्तान के साथ रिश्ते सुधारने पर जोर देते हुए महबूबा ने यह भी कहा कि सियालकोट, मीरपुर कोटली समेत अन्य रास्ते खोल दिए जाने चाहिए. पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मुफ्ती मोहम्मद सईद ने पाकिस्तान के साथ अमन, दोस्ती पर जोर दिया था. पाकिस्तान के संबंध सुधरने से सीमा पर गोलीबारी रूकेगी और लोगों की समस्याओं का समाधान होगा. महबूबा ने यह भी कहा कि अनुच्छेद 370 और 35 ए की बहाली के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा.

जम्मू के लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे

महबूबा ने आगे कहा कि, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू के लोग भी परेशान है. स्थानीय लोग बजरी, रेत निकाल कर अपनी आजीविका चला रहे थे. अब बजरी व रेत निकालने का काम भी बाहरी राज्यों के लोगों को दे दिया गया है. हमने जम्मू में समाज के विभिन्न वर्गों से बातचीत की. जम्मू में कारोबार पूरी तरह से ठप्प है. रोजगार मिल नहीं रहा है. इंडस्ट्री नहीं चल रही है. भाजपा की तरफ से सब्ज बाग दिखाए गए. अब जम्मू के लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. महाराजा हरि सिंह ने अनुच्छेद 370 लगाया गया था.

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