भाजपा नेताओं की हत्या का मास्टरमाइंड मुठभेड़ में ढेर, मंजर सुन दंग रह जाएंगे आप 

कुलगाम में तीन भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या मामले में सेना को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है।

श्रीनगर के कुलगाम में तीन भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या मामले में सेना को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। सुरक्षा बलों ने मास्टरमाइंड एवं सेना की टॉप टेन सूची में शामिल हिजबुल मुजाहिदीन का सरगना मोस्ट वांटेड डॉ सैफुल्लाह मीर को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। बता दें इसी वर्ष मई माह में रियाज नायकू के मारे जाने के बाद सैफुल्लाह ने हिजबुल की कमान संभाली थी।

सेनाओं ने घेराबंदी कर चलाया सर्च अभियान

बताते चलें कि सुरक्षा बलों को श्रीनगर के बाहरी इलाके रंगरेथ के पुराने एयरफील्ड के पास आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिल रही थी। जिसके बाद Army, CRPF और पुलिस ने मिलकर इलाके की घेरेबंदी की एयर सर्च आपरेशन शुरू किया। सेना की घेरेबंदी सख्त होते देख एक मकान में छिपे आतंकियों ने सेना पर फायरिंग शुरू कर दी।

मुठभेड़ में ढेर

फायरिंग के जवाब में सुरक्षा बलों ने भी फायरिंग शुरू कर दी। थोड़ी देर तक दोनों तरफ से फायरिंग शुरू रही, लेकिन थोड़ी देर बाद आतंकियों की तरफ से फायरिंग आनी बंद हो गई। जिसके बाद सेना ने तलाशी शुरू की। इस दौरान एक आतंकी का शव पड़ा मिला। जिसकी शिनाख्त हिजबुल के ऑपरेशनल कमांडर डॉ सैफुल्लाह मीर उर्फ गाजी हैदर उर्फ़ डॉ साहब के रूप में हुई।

डीजीपी ने बताया

ऑपेरशन की जानकारी देते हुए डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि सैफुल्लाह श्रीनगर में कुछ नागरिकों की हत्या के इरादे से आया था। उसने पहले तीन पुलिसकर्मियों की हत्या की थी। अनुच्छेद 370 हटने के बाद दो ट्रक ड्राइवरों की हत्या में भी शामिल था। हाल ही में कुलगाम में एक सरपंच की हत्या व भाजपा नेताओं की हत्या में उसका हाथ था। उसने 9 लोगों की हत्या की थी। इसके अतिरिक्त वह कई सैन्य प्रतिष्ठानों सहित दर्जनभर आतंकी वारदातों में शामिल रहा था।

वर्ष 2014 में हुआ था शामिल

बता दें कि पुलवामा के मलंगपोरा निवासी सैफुल्लाह वर्ष 2014 में हिजबुल में शामिल हुआ था। जब हिजबुल की कमान बुरहान वानी के हाथ में थी, तब रियाज नायकू ने उसे गाजी हैदर नाम दिया था। मई माह में रियाज नायकू के मारे जाने के बाद उसने हिजबुल की कमान संभाली थी। जिसके बाद वह घाटी में लगातार हमलों और हत्यायों में शामिल था।

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